बलिया हत्याकांड : 7 अरेस्ट, मुख्य आरोपी फरार

विपक्षी दलों का योगी सरकार पर जोरदार हमला

लखनऊ। जनपद बलिया में जयप्रकाश पाल हत्याकांड में पुलिस ने 7 नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह अभी फरार है। इस वारदात के बाद विपक्षी दलों ने एक बार फिर योगी सरकार पर हमले शुरू कर दिए हैं। उत्तर प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए गए हैं। उधर, भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने आरोपियों के पक्ष में बयान देकर अपनी मुसीबत खड़ी कर ली है। बलिया जनपद के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान के आवंटन के लिए 15 अक्तूबर को खुली बैठक बुलाई गई थी। इस दरम्यान एसडीएम, सीओ और लेखपाल की मौजूदगी में 2 पक्ष भिड़ गए थे। आरोप है कि धीरेंद्र प्रताप सिंह ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर जयप्रकाश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात के बाद योगी सरकार ने सख्त रूख अपना कर एसडीएम और सीओ को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। पीड़िता पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने 8 आरोपियों के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज की। मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह और उसका भाई देवेंद्र प्रताप सिंह मौके से फरार हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में अब आरोपी देवेंद्र प्रताप समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप की सरगर्मी से तलाश हो रही है। वहीं, इस मामले पर विपक्षी दलों ने योगी सरकार के खिलाफ आक्रामक रूख अपनाया है। कांग्रेस, सपा-बसपा ने यूपी में कानून व्यवस्था की हालत पर सवाल उठाए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शुक्रवार को ट्वीट कर कर कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का सच सामने आ गया है। अब देखें क्या एनकाउंटर वाली सरकार अपने लोगों की गाड़ी भी पलटाती है या नहीं। उधर, बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट में लिखा है कि बलिया की घटना अति चिंताजनक है। यूपी में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है।