रामनगरी में बाहरी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक

कार्तिक मेले में न उमड़े भीड़, 13 सीमाएं सील

लखनऊ। रामनगरी अयोध्या में कार्तिक मेला आरंभ हो गया है। मेले में बाहरी श्रद्धालुओं को एंट्री नहीं मिलेगी। सुरक्षा कारणों से यह कदम उठाया गया है। इसके मद्देनजर अयोध्या की सीमाओं पर अवरोधक लगाए गए हैं। बारी नागरिकों का प्रवेश रोकने को पुलिस को मुस्तैद कर दिया गया है। बगैर जांच-पड़ताल के किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। अयोध्या के नागरिकों को पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य है। अयोध्या में कार्तिक मेला शुरू हो गया है। इस दरम्यान 22 नवंबर को 14 कोसी परिक्रमा होनी है। इसके अलावा 25 नवंबर को पंचकोसी परिक्रमा और 30 नवंबर की रात में पूर्णिमा स्नान है। इस मौके पर प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या आते हैं, मगर इस बार कोविड-19 (कोरोना वायरस) को देखकर जिला प्रशासन ने देशभर के श्रद्धालुओं से कार्तिक मेले के दौरान अयोध्या नहीं आने की अपील की है। अयोध्या के संत और धर्माचार्यों ने भी श्रद्धालुओं से इस बावत अपील की है। अयोध्या के प्रभारी एसएसपी वी.पी. सिंह का कहना है कि कोरोना संक्रमण को देखकर अयोध्या की सीमाओं को अवरोधक लगाकर बंद कर दिया गया है। अयोध्या में 13 स्थानों पर सीमाओं पर अवरोधक लगाए गए हैं। बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। अयोध्या में भीड़-भाड़ रोकने के लिए यह कदम उठाए गए हैं। उन्होंने बताया कि आस-पास के जनपदों के अधिकारियों से भी मीटिंग की गई है। गैर जनपदों के अधिकारियों से अपील की गई है कि वह भी अपने जिले के नागरिकों को अयोध्या नहीं दें। अयोध्या में शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने को अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि अयोध्या की सीमा पर प्रत्येक व्यक्ति और वाहन की जांच की जा रही है। स्थानीय नागरिकों को पहचान पत्र दिखाने के बाद अयोध्या में प्रवेश दिया जाएगा। दिन-रात सतर्कता बरती जाएगी।