नगर आयुक्त की शहर को स्वच्छ बनाने की मुहिम ला रही रंग

-एनएसए ने चार बल्क वेस्ट कंपोस्टिंग विन का किया शुभारंभ
-नुक्कड़ नाटक की टीम ने स्वच्छता के प्रति लोगों को किया जागरुक

गाजियाबाद। हर साल भारत में लाखों टन कचरा उत्पन्न होता है। बचा हुआ कचरा या तो लैंडफिल में जाता है या फिर अन्य प्राकृतिक साधन जैसे नदी, नालों में। सबसे हैरत की बात यह है कि हम सब कचरा-कचरा चिल्लाते हैं कि यहां सफाई नहीं हुई, नगर निगम काम नहीं कर रहा है। लेकिन दो पल ठहरकर यह नहीं सोचते कि यह सब कचरा हम खुद पैदा कर रहे हैं। कचरा पृथक्करण के लिए नगर निगम लगातार लोगों को जागरुक कर रहा है। उसके बाद भी बहुत कम लोग जागरुक हो रहे है। नगर निगम द्वारा आमजनों को स्वच्छता के प्रति जागरुक करने एवं अपने ग्वालियर को स्वच्छ व सुंदर शहर के प्रति सहभागिता के लिए निरंतर जागरुकता अभियान चला रहा हैं। जिसके अंतर्गत कई योजनाएं सफल हो रही है। इसी क्रम में गुरुवार को सीएसआर के माध्यम से आईपीसीए कंपनी द्वारा चार बल्क वेस्ट विन की शुरुआत राज नगर एक्सटेंशन की बांके बिहारी सोसाइटी में किया गया। जिनके द्वारा गीले कचरे से खाद बनाने का कार्य किया जाएगा। जिसका उद्घाटन नगर आयुक्त के निर्देशानुसार नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा किया गया।

एसबीएम के नोडल प्रभारी डॉ मिथिलेश में बताया कि शहर में कई स्थानों पर इसी प्रकार के बल्क वेस्ट कंपोस्टिंग विन लगाए गए हैं। जो कि मुख्य रूप से ऐसी सोसायटियों में लगाए गये है। जहां से बल्क वेस्ट जनरेट होता है। नगर आयुक्त के निर्देश के क्रम में शहर की स्वच्छता को लगातार बेहतर करने की प्रक्रिया चल रही है। जिस के क्रम में राजनगर एक्सटेंशन की बांके बिहारी सोसाइटी में भी चार बल्क वेस्ट कंपोस्टिंग विन लगाए गए। कार्यक्रम के क्रम में ही उपस्थित सोसाइटी के सैकड़ों निवासियों को कचरा पृथक्करण में सहयोग करने के लिए जागरूक किया। जिसके लिए नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया।

नुक्कड़ नाटक की टीम के माध्यम से सूखा गीला कचरा व घरेलू हानिकारक और जैविक अपशिष्ट कचरा को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से अलग अलग डिब्बों में डालने की अपील की। नगर आयुक्त डॉ नितिन गौड़ द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए संबंधित विभाग को कड़े निर्देश दिए हुए हैं। जिस के क्रम में लगातार सफाई व्यवस्था बेहतर की जा रही है। गीले तथा सूखे कचरे को अलग-अलग करने का कार्य भी रफ्तार से चल रहा है। जिसमें शहर वासियों द्वारा भी गीला कचरा अलग तथा सूखा कचरा अलग करके गाजियाबाद नगर निगम को सौंपा जा रहा है।