शहर के 73 बड़े नालों की शुरू हुई तलीझाड़ सफाई

– मानसून से पहले नालों की सफाई में जुटा नगर निगम

गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा शहर के 73 बड़े नालों की तलीझाड़ सफाई का कार्य शुरू करा दिया है। निगम द्वारा ठेके पर कराई जाने वाली इन नालों की सफाई पर करीब 3.50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। ठेके पर नालों की सफाई कराने के लिए निगम ने टेंडर खोलने के बाद फर्म को ठेका दिया है।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार का दावा है कि सभी नालों की सफाई मानसून से पहले करा ली जाएगी। इसके बाद मानसून में सड़कों पर जलभराव नहीं होगा। दरअसल, नगर निगम सीमा क्षेत्र में शहर में छोटे-बड़े 550 नाले हैं। इनमें 73 बड़े नाले हैं। इनकी सफाई ठेके पर नगर निगम द्वारा शुरू करा दी गई है। वहीं, छोटे नालों एवं नालियों की सफाई निगम अपने ही संसाधनों से करा रहा है। बड़े नालों की सफाई को लेकर पहली बार किसी भी ठेकेदार ने टेंडर नहीं डाले थे। इसके पीछे का विवाद ठेकेदारों का भुगतान नहीं होना था। इसकी वजह से बड़़े नालों की सफाई शुरू नहीं हो पाई थी।

नगर निगम द्वारा पूर्व में नालों की सफाई का 4 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं कर रहा था। यह भुगतान दो साल से लंबित है। इसकी वजह से ठेकेदार टेंडर नहीं डाल रहे थे। महापौर सुनीता दयाल के सामने पिछले दिनों यह मामला पहुंचा। उन्होंने नगर आयुक्त एवं अन्य अधिकारियों से बकाया भुगतान करने के लिए कहा और नालों की सफाई का काम जल्द शुरू करने को कहा। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने नालों की सफाई के लिए दोबारा टेंडर मांगे थे। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार का कहना है कि रिटेंडर की प्रक्रिया पूरी करने के बाद फर्म को शहर के 73 बड़े नालों की सफाई का काम अलग-अलग फर्म को दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन बड़े नालों की सफाई शुरू करा दी गई है। अगले 15 दिन में शहर के सभी 73 बड़े नालों की सफाई का काम पूरा हो जाएगा। वहीं,शहर में छोटे नालों व नालियों की सफाई निगम अपने ही संसाधनों से करा रहा है। इनमें फॉसिंग मशीन से लेकर अन्य संसाधनों से इनकी सफाई का काम जारी हैं।