संताप : आजाद होने को बेताव पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती

2 माह से हिरासत में, बेटी भी घर में नजरबंद

नई दिल्ली। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की मुश्किलों का अंत नहीं हो पा रहा है। पहले चर्चित रोशनी घोटाले में नाम आने फिर 3 करीबी नेताओं द्वारा साथ छोडऩे के बाद अब महबूबा को हिरासत में ले लिया गया है। ट्वीट कर उन्होंने आरोप मढ़ा है कि मुझे फिर अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है। पीडीपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अक्सर विवादास्पद बयान देकर बखेड़ा खड़ा करती रही हैं। हालांकि इन दिनों उनके सितारे अच्छे नहीं चल रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा ने ट्वीट कर बताया है कि उन्हें पीडीपी नेता वहीद उर रहमान के परिवार से मिलने नहीं दिया जा रहा है। पछले 2 दिनों से मुझे पुन: अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन पुलवामा में पार्टी नेता रहमान के परिवार से मिलने की अनुमति नहीं दे रहा है। जबकि भाजपा के मंत्रियों और उनके सहयोगियों को कश्मीर में कहीं भी घूमने की इजाजत है। सिर्फ मेरे मामले में सुरक्षा का खतरा है। महबूबा का कहना है कि आधारहीन आरोपों के अंतर्गत उन्हें हिरासत में लिया गया है। पीडीपी नेता वहीद को भी तथ्यहीन आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। मुझे उनके परिवार को सांत्वना तक देने की भी अनुमति नहीं है। यहां तक कि मेरी बेटी इल्तिजा को भी घर में नजरबंद रखा गया है, क्योंकि वह भी वहीद उर रहमान के परिवार से मिलने की इच्छुक है। बता दें कि पीडीपी को जम्मू संभाग में हाल ही में बड़ा झटका लगा है। पीडीपी नेता धमन भसीन, फलैल सिंह और प्रीतम कोटवाल ने इस्तीफा दे दिया है। तीनों नेताओं ने आरोप लगाया था कि सांप्रदायिक तत्वों ने पीडीपी को हाइजैक कर लिया है। मौजूदा परिस्थिति में उनके पास पार्टी को छोडऩे के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा था। पीडीपी अब नेशनल कॉन्फ्रेंस की बी टीम बनकर रह गई है।