टीएसटीपी प्लांट का 30 जून तक पूरा कराए निर्माण कार्य: अमृत अभिजात

-नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव ने की ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड के तहत टर्सियरी प्लांट की समीक्षा

गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा इंदिरापुरम में निर्माण कराए जा रहे टर्सियरी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (टीएसटीपी) को लेकर शनिवार को नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात समीक्षा करने के लिए गाजियाबाद पहुंचे। प्रमुख सचिव ने  इंदिरापुरम स्थित 74 एमएलडी संयंत्र कॉन्फ्रेंस हॉल में नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक,जलकल महाप्रबंधक केपी आनंद, ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड के सलाहकार अनुराग, वी ए टेक वाबैग कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर अग्नि, निर्माण प्रबंधक प्रदीप सरकार, वन सिटी वन ऑपरेटर के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुनील कुमार सिंह आदि अधिकारियों के साथ ग्रीन म्यूनिसिपल बॉन्ड के तहत टर्सियरी प्लांट की समीक्षा की। प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक एवं वाबैग कंपनी को 30 जून तक प्लांट का निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।

नगर आयुक्त ने उनके समक्ष कार्यों की रिपोर्ट पेश की। दरअसल, नगर निगम ने 150 करोड़ का ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड के लेने के बाद इंदिरापुरम में टीएसटीपी प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है। प्रमुख सचिव ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड प्रोजेक्ट को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। नगर आयुक्त ने टीएसटीपी के चल रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी दी तथा वाबैग कंपनी द्वारा कराए जा रहे कार्य की रफ्तार बढ़ाने के निर्देश दिए गए। प्रमुख सचिव ने प्लांट में चल रहे कार्यों का मौके पर स्थलीय निरीक्षण भी किया। बैठक में प्रोजेक्ट को लेकर हो रही देरी पर विशेष रूप से गहन अध्ययन किया गया। उन्होंने विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए। वाबैग टीम द्वारा प्रजेंटेशन भी दिया गया।

इसमें विभागीय स्तर पर कार्योंं में हो रही देरी पर भी चर्चा की गई। गै्रप के कारण भी कार्यों में देरी हुई बताया गया। प्रमुख सचिव व नगर आयुक्त ने टीम को समयावधि में कार्य करने के निर्देश दिए। अगले दो माह में कार्यों को फाइनल करने के लिए कहा। नगर आयुक्त ने बताया कि इस प्लांट से पानी को शोधित कर औद्योगिक इकाइयों में पानी की सप्लाई की जाएगी। इसके लिए औद्योगिक इकाई का क्षेत्र को बढ़ाने का भी निर्णय लिए जाने पर मंथन किया गया। ताकि अधिक से अधिक औद्योगिक इकाइयों को पानी की आपूर्ति की जा सकें।जलकल महाप्रबंधक केपी आनंद को परियोजना के लिए मेहनत से कार्यों की रफ्तार बढ़ाने एवं प्रतिदिन रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए।