क्या ठेकेदार ने बिना काम किये ही ले लिया 55 लाख का भुगतान ?

– नगर निगम के पार्षद ने डीकेएस इंफ्रा पर लगाया गंभीर आरोप, पार्षद ने कहा बोर्ड बैठक में उठाऊंगा मामला
– टेंडर हुए बीत चुका है 8 महीना, लेकिन अभी तक नहीं हुआ कोई काम, ब्लैक लिस्ट हो फर्म

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। क्या गाजियाबाद नगर निगम के एक बड़े ठेकेदार ने बिना काम किये ही लाखों रुपये का भुगतान ले लिया है? ऐसा नगर निगम के पार्षद ने आरोप लगाया है। पार्षद का आरोप है कि कोरोना लॉकडाउन से पहले ही काम का टेंडर हो चुका था। ठेकेदार को वर्क आर्डर जारी हुए लंबा समय बीत चुका है। लेकिन कोई काम नहीं हुआ। अब ना तो ठेकेदार फोन उठा रहा है और ना ही निगम अधिकारी कोई संतोषजनक जवाब दे रहे हैं। पार्षद ने इस मामले को 3 नवंबर को होने वाले बोर्ड बैठक में उठाने की बात कही है। पार्षद ने डीकेएस इंफ्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।नगर निगम पार्षद एवं जीडीए बोर्ड मेंबर आसिफ चौधरी ने बताया कि वार्ड-48 स्थित टीचर कॉलोनी एन ब्लॉक में सड़क निर्माण कार्य होना है। नगर निगम ने इसके लिए टेंडर जारी किया था। लगभग 55 लाख रुपये से होने वाले इस निर्माण कार्य का टेंडर डीकेएस इंफ्रा नामक फर्म को मिला था। कोरोना लॉकडाउन से पहले ही टेंडर हो चुका है। लेकिन ठेकेदार ने अभी तक काम नहीं किया है। आसिफ चौधरी ने आरोप लगाया कि ठेकेदार की मंशा गलत है। वह बिना काम किये ही भुगतान ले चुका है या फिर काम के नाम पर खानापूर्ति करके नगर निगम का पैसा हड़पना चाहता है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद ठेकेदार से जब काम शुरू करने को लेकर बात हुई थी तब उसने कहा था कि मैं देख लूंगा। अब ठेकेदार कुछ महीने से फोन भी नहीं उठा रहा है। आसिफ चौधरी का आरोप है कि निगम अधिकारियों के साथ मिलकर ठेकेदार खेल करने में लगा हृुआ है। लेकिन मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। निगम बोर्ड बैठक में इस मामले को उठाऊंगा। यदि ठेकेदार ने भुगतान ले लिया है तो समस्त दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी। यदि अभी उसे भुगतान नहीं हुआ तो उसका ठेका रद्द करने और काम नहीं करने के मामले में फर्म को ब्लैक लिस्ट करने की मांग मेयर एवं नगरायुक्त से की जाएगी।