GDA वीसी अतुल वत्स की चेतावनी हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों का निस्तारण नहीं होने पर होगी सख्त कार्रवाई

जीडीए हेल्पलाइन पर दर्ज होने वाली शिकायतों का अब जीडीए कर्मचारियों को निर्धारित समयावधि में निस्तारण करना होगा। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही व निस्तारण करने में देरी की गई तो संबंधित कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज होने वाली शिकायतों का निस्तारण नहीं होने पर जांच बैठाए जाने के बाद एक कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

गाजियाबाद। जीडीए हेल्पलाइन पर दर्ज होने वाली शिकायतों का अब जीडीए कर्मचारियों को निर्धारित समयावधि में निस्तारण करना होगा। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही व निस्तारण करने में देरी की गई तो संबंधित कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज होने वाली शिकायतों का निस्तारण नहीं होने पर जांच बैठाए जाने के बाद एक कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश जारी कर दिए हैं। दरअसल, जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स जीडीए के प्रत्येक अनुभाग की समीक्षा कर रहे हैं।समीक्षा के दौरान अनुभागवार नए-नए खुलासे हो रहे है। जीडीए द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर संपत्ति केे म्यूटेशन, रजिस्ट्री से संबंधित काफी शिकायतें मिली। मगर इनका निस्तारण नहीं किया जा सका। जीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि हेल्पलाइन पर दर्ज होने वाली फरवरी माह में 310 शिकायतें दर्ज की गई।

इनमें सबसे ज्यादा संपत्ति अनुभाग से संबंधित थी। इनमें म्यूटेशन की सबसे अधिक शिकायत मिली। इसकी जांच कराई गई तो एक कर्मचारी द्वारा फाइल दबाकर बैठ जाने की बात सामने आई। उन्होंने बताया कि एक कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी कराया गया है। जीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि हेल्पलाइन पर दर्ज होने वाली शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराया जाएगा। सप्ताह में प्रत्येक तीन दिन बाद स्वयं भी इसकी समीक्षा करूंगा। इसमें जिस अनुभाग के कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जाएगी। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों का समय से निस्तारण कराया जाएगा।उन्होंने कहा कि जीडीए के सभी अनुभाग के कर्मचारी यह सुनिश्चित कर लें कि हेल्पलाइन पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का तीन दिन के अंदर निस्तारण करना सुनिश्चित करें। ताकि आवंटी को कोई परेशानी न हो।

सिटी लॉजिस्टिक प्लान का किया प्रेजेंटेशन
महायोजना-2031 के मास्टर प्लान में सिटी लॉजिस्टिक प्लान को शामिल किए जाने के बाद शहर में लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए जीडीए ने अब इस पर कवायद तेज कर दी है। बुधवार को जीडीए सभागार में जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स की अध्यक्षता में सिटी लॉजिस्टिक प्लान का प्रेजेंटेशन किया गया। इस दौरान जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह,चीफ टाउन प्लानर अजय कुमार सिंह,टाउन प्लानर अरविंद सिंह एवं राईटस लिमिटेड कंपनी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सिटी लॉजिस्टिक प्लान की पीपीटी प्रस्तुतीकरण की समीक्षा की गई। जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि सिटी लॉजिस्टिक प्लान को राईटस लिमिटेड द्वारा तैयार किया जा रहा है। इनके प्रतिनिधि ने अवगत कराया कि जनपद में आगामी 20 वर्ष के ट्रैफिक एवं लॉजिस्टिकल आवश्यकता के दृष्टिकोण से इसे तैयार किया गया है।

लॉजिस्टिक प्लान में ट्रांसपोर्ट नगर, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क,पार्किंग टर्मिनल्स आदि का प्रस्ताव दिया गया है। मास्टर प्लान-2031 के अनुपालन में कन्फर्म जोन के अनुसार सिटी लॉजिस्टिक प्लान को तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया। सिटी लॉजिस्टिक प्लान के माध्यम से ट्रांसपोट्र्स एवं आमजन तथा अन्य हितधारकों की महत्वाकांक्षाओं को नई उड़ान मिलेगी। जीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि इसके अलावा आईसीडी नोडस को सुदृढ़ करने और वर्तमान में शहर के मार्गों का चौड़ीकरण करने और मंडी में ट्रकों के लिए पार्किंग-वे बनाने के संबंध में भी चर्चा की गई।