चुनाव बाद डंपिंग ग्राउंड में कूड़ा डंप होगा बंद नगर आयुक्त की विधायक एवं ग्रामीणों के साथ हुई त्रिपक्षीय वार्ता

गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा लोकसभा चुनाव के बाद पाइप लाइन रोड भिक्खनपुर स्थित डंपिंग ग्राउंड में डंप किए जा रहे कूड़े को डंप करने का काम बंद किया जाएगा। निगम द्वारा फिलहाल शहर से प्रतिदिन निकलने वाले लगभग 1500 मीट्रिक टन कूड़े को पाइप लाइन रोड पर डंप किया जा रहा है। शुक्रवार को नगर निगम मुख्यालय स्थित सभागार में नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक और मुरादनगर विधायक अजितपाल त्यागी, भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह व विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष चौधरी आजाद प्रमुख, सचिव सलेक भईया, डंपिंग ग्राउंड हटाओ समिति के सचिव कृष्ण देव आदि ग्रामीणों के साथ त्रिपक्षीय वार्ता हुई। इस दौरान सीताराम शर्मा, आकाश चौधरी प्रधान, मिंटू प्रधान, प्रवीण त्यागी, राजेंद्र आर्य, बूटन त्यागी, सूरज मुनि त्यागी, दक्ष, बृजपाल सिंह निमेश आदि शामिल रहे। वार्ता के बाद समिति की विशेष बैठक में आगामी वार्ता होने तक आंदोलन को स्थगित करने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता चौधरी आजाद प्रमुख ने की।

त्रिपक्षीय वार्ता में निर्णय लिया गया कि आदर्श आचार संहिता हटने के बाद प्रदेश शासन स्तर पर वार्ता होगी। इसलिए तब तक ग्रामीणों का आंदोलन स्थगित रहेगा। बीते 31 मार्च को पाइप लाइन रोड भिक्कनपुर में ग्रामीणों ने इसके विरोध में पंचायत की थी। इसमें मुरादनगर विधायक अजीत पाल त्यागी व भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को आश्वासन दिया था। वार्ता के दौरान आंदोलन के दौरान ग्रामीणों पर दर्ज कराई गई एफआईआर को पांच दिन की समय अवधि में वापस करने का निर्णय हुआ।

वहीं, पार्किंग की व्यवस्था, पानी का छिड़काव, डंपिंग ग्राउंड से प्रभावित गांवों में मच्छर मारने के लिए फॉगिंग कराने और नाले से निकली सिल्ट को साफ करने, क्षतिग्रस्त सड़क एवं रास्ते की मरम्मत का कार्य शीघ्र ही नगर निगम द्वारा कराया जाएगा। पाइप लाइन रोड पर डाले जा रहे कूड़े को बंद करने का काम आदर्श आचार संहिता समाप्त होने पर आगामी 6 जून के बाद से शुरू किया जाएगा। विधायक अजीत पाल ने दोनों पक्षों की हुई वार्ता के बाद आचार संहिता की समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इसके समाधान के लिए वार्ता कराने का आश्वासन दिया। आचार संहिता हटने के बाद फिर से वार्ता होगी।