-स्मार्ट वर्किंग से शहर हित में बढ़ेगी कार्यों की रफ्तार: विक्रमादित्य सिंह मलिक
-नगर आयुक्त ने लिया जायजा, टीम को दिए तेजी से कार्य करने के निर्देश
-कंट्रोल रूम में लगेगी 35 से 40 कंप्यूटर व लैपटॉप के साथ बड़ी एलईडी स्क्रीन
गाजियाबाद। नगर निगम के बेसमेंट स्थित सभागार के पास बनाए जा रहे इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। जिसे पूरी तरह से हाईटेक बनाया जा रहा है। मंगलवार को नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का जायजा लेने के लिए पहुंचे। उन्होंने मौके पर टीम को तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त ने बताया कि इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में लगभग 35 से 40 कंप्यूटर व लैपटॉप लगाए जाएंगे। कंट्रोल रूम के चालू होने से नगर निगम के अधिकारियों की स्मार्ट वर्किंग से शहर हित में विकास कार्यों की रफ्तार भी बढ़ेगी। नगर आयुक्त ने चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, आईटी सेल के प्रभारी मुबारक अली आदि की मौजूदगी में कंट्रोल रूम सेंटर में चल रही तैयारियों का जायजा लेने के बाद दिशा-निर्देश दिए। इसमें निर्माण विभाग का कार्य लगभग पूरा हो चुका हैं। आईटी विभाग का कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
नगर आयुक्त ने बताया कि आधुनिक युग में नगर निगम हाईटेक पद्धति की तरफ अग्रसर है। नगर निगम मुख्यालय के बेसमेंट में इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर बनाया जा रहा है। इसकी जल्द शुरुआत की जाएगी। इसमें कंप्यूटर और लैपटॉप लगाए जाने के साथ-साथ तीन स्थानों पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी। आईटी से संबंधित ट्रेंड स्टाफ को जिम्मेदारी दी जाएगी। शहर की समस्याओं के समाधान को हाईटेक तकनीकी के माध्यम से सरलता से किया जाएगा। इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के माध्यम से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन गाडिय़ों पर भी नजर रखी जाएगी। सेफ सिटी योजना के तहत शहर में लगाए जाने वाले सीसीटीवी कैमरों को भी इससे जोड़ा जाएगा।
कैमरा इंटीग्रेशन के लिए इसी केंद्र के माध्यम से संचालन में लिया जाएगा। शहरवासियों की जन समस्याओं से निपटने के लिए कॉल सेंटर की व्यवस्था भी सेंटर में की जाएगी। इसके साथ ही नगर निगम टीम द्वारा किए जा रहे शहर में विकास कार्यों की मॉनिटरिंग भी इसी कंट्रोल रूम सेंटर से होगी। नगर आयुक्त के नेतृत्व में नगर निगम में बनाए जा रहे आई ट्रिपल सी सेंटर से शहर की समस्याओं का हाईटेक तकनीकी से तत्काल समाधान हो सकेगा। वहीं, निगम अधिकारी भी शहर में चल रहे कार्यों की पूरी मॉनिटरिंग रखेंगे। शहर को स्मार्ट बनने के लिए निगम स्मार्ट वर्किंग की तरफ अग्रसर हो रहा है।