गाजियाबाद की जीआरपी ने लोगों के चेहरों पर बिखेरी मुस्कान, 1 दर्जन राज्यों से 29 लाख का 140 मोबाइल किए बरामद मोबाइल पाकर जीआरपी को कहा थैंक्यू

गाजियाबाद। मोबाइल खोने के बाद मायूस होकर बैठ चुके सैकड़ों लोगों के चेहरे पर एक बार फिर गाजियाबाद की जीआरपी टीम ने चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी। चोरी और गुमशुदा 140 मोबाइल फोन बरामद किये गये है। बरामद मोबाइल की कीमत करीब 29 लाख 47 हजार बताई जा रही है। रविवार को मोबाइल मालिकों के हवाले कर दिया गया। जिनके फोन पिछले 4 माह के दौरान गुम हुए थे और उन्होंने जीआरपी में इसकी शिकायत की थी। उन्हें उनके फोन वापस किए गए हैं। मोबाइल पाकर मालिकों के चेहरे खुशी से खिल उठे। उन्होंने मोबाइल मिलने की आस छोड़ दी थी। यह कोई पहली बार नहीं है। गाजियाबाद की जाआरपी की टीम ने कुछ माह पूर्व भी 35 लाख कीमत के 151 लोगों को मोबाइल वापस लौटाए थे और उससे पूर्व 22 लाख कीमत के 111 मोबाइल दिए। गाजियाबाद की जीआरपी की टीम ने एक बार फिर अपनी काबिलयत डंका बजाया है। गाजियाबाद में सफर के दौरान लोगों को जागरुक करने के साथ-साथ उनके चोरी और खोए हुए सामान लौटाने तक सीमित नहीं है। बल्कि नशीले पदार्थ, ट्रेन व प्लेटफार्म पर चोरी की वारदातों को रोकने के लिए भी लगातार अभियान चलाकर आपराधिक वारदातों में लिप्त चोर, बदमाशों को उनकी सही जगह सलाखों के पीछे भेज रही है।

चोरी और गुमशुदा हुए मोबाइल को बरामद करने में जीआरपी प्रभारी अनुज मलिक, एसएसआई संदीप बालियान, दरोगा बबलू सिंह की टीम ने अपनी अहम भूमिका निभाई है। जिसकी सराहना पुलिस उपाधीक्षक रेलवे ने भी की।
पुलिस उपाधीक्षक रेलवे सुदेश कुमार गुप्ता ने बताया कि आज सैकड़ों लोगों को मोबाइल वापस किए गए हैं। बाकी मोबाइल को कोरियर के माध्यम से असली लोगों तक पहुंचाया जाएगा। ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों से गुमशुदा और चोरी हुए मोबाइल फोनों की बरामदगी के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

अभियान के तहत जीआरपी की टीम ने आईएमआई नंबर के आधार पर उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, झारखंड, बिहार, पंजाब व नेपाल समेत एक दर्जन राज्यों से कड़ी मेहनत कर यह मोबाइल बरामद किया है। मोबाइल मिलने के बाद पीडि़तों ने जीआरपी पुलिस का आभार जताया। अब बाकी लोगों तक जीआरपी पुलिस मोबाइल पहुंचाने की कवायद में जुट गई है। जीआरपी पुलिस उपाधीक्षक सुदेश कुमार गुप्ता ने खुद अपने हाथों से फोन मालिकों को उनके फोन सौंप दिए, हालांकि कई लोग अपने फोन लेने लिए यहां नहीं पहुंच पाए क्योंकि वो बहुत दूर थे।

ऐसे में उनके मोबाइल को अब उनके पते पर पार्सल कर दिया जाएगा। वहीं जिन लोगों के फोन पुलिस द्वारा सुपुर्द किए गए उनके चेहरे पर खुशी लौट आई। लोगों का कहना है कि फोन खोने के बाद उन्होंने तो इस बात की उम्मीद ही छोड़ दी थी कि अब वो उन्हें वापस मिल पाएगा, लेकिन हाथ में मोबाइल आते ही उनकी बांछें खिल गई। इसके लिए लोगों ने जीआरपी पुलिस का आभार भी प्रकट किया। गुम हुआ मोबाइल हासिल करने में करन, पंकज, दीपचन्द, कुलदीप, अरुण कुमार, दर्शन देवी, इन्दु सैनी, नेहा, मनिषा, प्रमोद कुमार, अश्चनी कुमार, संजय तिवारी, आशुतोष अग्रिहोत्री, सतीश समेत 140 लोग शामिल है।

जीआरपी प्रभारी अनुज मलिक ने अपील की है कि जब भी आप रेलवे में सफर करें तो सावधान रहे। क्यों कि चोरों के गिरोह का सबसे पहले यात्रियों को मोबाइल फोन और उनके कीमती सामान पर ही निशाना होता है। सफर के दौरान अन्जान व्यक्ति से दोस्ती न करें और उनके द्वारा दी गई कोई भी खाने व पीने की चीजों को लेने से हमेशा परहेज करें। अगर कोई व्यक्ति संदिग्ध लगता है तो उसकी संबंधित रेलवे स्टेशन पर जीआरपी को दें। सतर्कता ही आपकी सुरक्षा है।