होली पर्व-लोकसभा चुनाव: अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग ने जीएसटी विभाग के साथ बनाया एक्शन प्लान

-लखनऊ में शराब तस्करों को पकडऩे के लिए सड़कों पर उतरेगी संयुक्त टीमें
-आबकारी विभाग व जीएसटी विभाग की संयुक्त बैठक में समन्वय हुआ स्थापित
-होली व चुनाव अवैध शराब की बिक्री व तस्करी करने वालों की खैर नहीं: राकेश कुमार सिंह

लखनऊ। लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। इस दौरान शराब तस्करों पर नकेल लगाने के लिए आबकारी विभाग मुस्तैद हो गया है। जनपद में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए अवैध शराब पर रोक तथा मतदाताओं को लुभाने के लिए मुफ्त उपहार या मुफ्त व कीमती धातु, आभूषणों की पेशकश पर रोकथाम लगाने के लिए राज्य कर (जीएसटी) एवं आबकारी विभाग ने व्यापक स्तर पर अभियान तेज कर दिया है। बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी अधिकारी लगातार इंस्पेक्टरों के साथ बैठक कर दिशा निर्देश दे रहे है। जिससे होली पर्व एवं चुनाव को सकुशल संपन्न कराया जा सकें। दरअसल त्योहारी सीजन एवं चुनाव में शराब की खपत बढ़ जाती है। खपत बढ़ते ही नकली शराब का धंधा भी जोर पकडऩे लगता हैं। अवैध व कच्ची शराब की बिक्री कर तस्कर चांदी काटने के साथ-साथ त्योहार पर रंग में भंग न डालने का काम करते है। मगर इस बार होली पर्व एवं आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर आबकारी विभाग की चुनौतियां बढ़ गई हैं। हालांकि आबकारी विभाग ने अपनी पूर्व की कार्रवाई में यह तो साफ कर दिया हैं कि चुनौती कोई भी हों, उससे निपटने के लिए विभाग पूरी तरह से तैयार है। बड़े माफिया हो या फिर छोटे शराब तस्कर उन्हें लखनऊ में पनाह नहीं दी जाएगी। शराब तस्करों के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम ने पूर्व में ही अपना जाल बिछा दिया है।

भले ही वह बाहरी राज्यों की शराब लेकर लखनऊ में प्रवेश कर जाए, मगर लखनऊ में प्रवेश करने के बाद उनकी जगह सिर्फ जेल में ही होगी। दरअसल गाजियाबाद में अपने कार्यकाल के दौरान जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का होली, दिवाली के त्योहार के साथ चुनावी सीजन में भी शराब तस्करों पर खूब डंडा चला था। जिसके चलते त्योहार के साथ चुनाव भी सकुशल संपन्न हुए और विभाग का राजस्व भी बढ़ा। अपनी पूर्व की कार्रवाई को एक बार फिर से लखनऊ में शुरू कर दिया है। जिसके लिए प्रतिदिन अवैध शराब की बिक्री एवं निर्माण पर रोक लगाने के लिए जिले में आबकारी विभाग विशेष अभियान चला रहा है। जिले में छापेमारी व धरपकड़ की कार्रवाई तेजी से चल रही है। खासकर देहात क्षेत्र में घर में बनने वाली कच्ची शराब के निर्माण को रोकने के लिए दबिश बढ़ा दी गई है। लखनऊ के देहात क्षेत्र मेंं छोटे तस्कर घर में ही शराब की भट्टी को तैयार कर कच्ची शराब का निर्माण करते है। लखनऊ में अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से जड़ से खत्म करने के लिए जिला आबकारी अधिकारी ने अपनी स्पेशल 15 टीम तैयार की है। यह टीमें दिन रात अपने-अपने क्षेत्र में चेकिंग के साथ शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश देंगी। साथ ही मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया है। देहात क्षेत्र में होने वाली अवैध शराब तस्करी को रोकने के लिए देहात क्षेत्र के प्रधान, शहरी क्षेत्र के पार्षदों ने भी आबकारी विभाग की कार्रवाई में सहयोग देने का भरोसा दिया है। साथ ही राजमार्ग के साथ राष्ट्रीय मार्ग पर आबकारी विभाग की टीमों के साथ प्रवर्तन विभाग, जीएसटी एवं पुलिस-प्रशासन की संयुक्त टीमें भी मुस्तैद रहेगी।


होली पर्व एवं लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए सोमवार को अपर आयुक्त, राज्य कर (जीएसटी) और जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में आबकारी विभाग और राज्य कर (जीएसटी) विभाग की संयुक्त बैठक वाणिज्य भवन में आयोजित की गई। बैठक में राज्य कर विभाग के अपर आयुक्त, उपायुक्त व सहायक आयुक्त स्तर के विभिन्न शाखाओं के अधिकारी एवं आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर भूपेन्द्र सिंह, विजय शुक्ला, विवेक सिंह, रजनीश प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, कृति प्रकाश पाण्डेय, अभिषेक सिंह, दिव्या राठी, सुभाष चन्द्र, अरविंद बघेल, कौशलेन्द्र रावत, लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, रिचा सिंह और सुनीता ओझा मौजूद रहे। बैठक में निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों पर चर्चा करते हुए राज्य कर विभाग के सचल दल के अधिकारियों एवं आबकारी विभाग के प्रवर्तन विंग और क्षेत्रीय निरीक्षकों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए संयुक्त प्रवर्तन/जांच अभियान चलाकर अपराध नियंत्रण की संयुक्त कार्यवाही किए जाने पर सहमति व्यक्त की गई। अभी तक अवैध शराब के खिलाफ सिर्फ आबकारी विभाग की टीमें जंग लड़ रही थी। मगर इस बार शराब तस्करों का सूपड़ा साफ करने के लिए आबकारी विभाग के साथ जीएसटी की टीमें भी सहयोग करेंगी। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया बैठक में दोनों विभाग की टीमों द्वारा समन्वय स्थापित किया गया। होली पर्व एवं लोकसभा चुनाव सकुशल संपन्न, इसी मंशा के साथ बैठक की गई। जनपद में अवैध शराब के खिलाफ विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग के साथ, जीएसटी, प्रवर्तन, पुलिस-प्रशासन की टीमें भी चेकिंग के दौरान साथ रहेंगी। अयोध्या रोड, लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे, सुल्तानपुर रोड, अमौसी मोहान रोड, सीतापुर रोड आदि मार्गाे पर टीमें तैनात कर दी गई है।

लोगों की जागरूकता बनेगी आबकारी विभाग का हथियार
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री को रोकने के लिए विभागीय स्तर पर निरंतर कार्रवाई चल रही है। शराब माफिया को मनमानी करने की छूट नहीं दी जाएगी। अवैध शराब की बिक्री के विरूद्ध कार्रवाई के साथ-साथ जन जागरूकता का भी सहारा लिया गया है। इस अभियान में सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद ली जा रही है। सिर्फ कार्रवाई से लोग जागरूक नहीं हो सकते हैं, अवैध रूप से शराब बनाकर बेचने वाले लोगों को उसके नुकसान के बारे में बताया जा रहा है, जिससे लोग जागरूक हो। क्योंकि अवैध शराब की बिक्री पर पूर्णतया रोक लगाने के लिए लोगों में जागरूकता बेहद जरूरी है। बिना जागरूकता के अवैध शराब की बिक्री पर पूर्णतया रोक लगाना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि सभी आबकारी इंस्पेक्टरों को अपने-अपने क्षेत्र में लोगों से तालमेल बनाने के निर्देश दिए गये है। टीम द्वारा लगातार तस्करों पर कार्रवाई की जा रही है। विभाग को भरोसा है कि जागरूकता अभियान से इस धंधे को रोकने में मदद मिलेगी। शहरों के अलावा तमाम गांवों में भी जागरूकता अभियान चल रहा है। आबकारी अधिकारी ने अपील करते हुए कहा कि अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है। अवैध शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। जनता सस्ती व मिलावटी शराब पीने से परहेज करे। मिलावटी शराब पीकर खुद के स्वास्थ्य व जीवन के साथ खिलवाड़ न करें। सरकारी दुकान पर शराब लेते समय सील बंद, क्यू आर कोड देखकर ही शराब खरीदें। अवैध शराब बिक्री की सूचना क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक को दी जा सकती है। सूचना देने वाले का नाम विभाग गोपनीय रखता है।