कांवड़ यात्रा: सुरक्षा और सुविधाओं से लैस होगी कावड़ यात्रा

-4 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा की जिले में तैयारियां तेज

गाजियाबाद। हरिद्वार, यमुनोत्री, गंगोत्ररी आदि तीर्थ स्थलों से गंगाजल लेकर आने वाले कांवडिय़ों एवं श्रद्धालुओं की आगामी 4 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा की अब जिले में तैयारियां तेजी पकड़ेगी। कांवड़ यात्रा 4 जुलाई से शुरू होकर 15 जुलाई श्रावण महाशिवरात्रि तक चलेगी। इसको लेकर अब जिला प्रशासन से लेकर नगर निगम, जीडीए, पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभागों की ओर से तैयारियां अब तेजी से चलेगी। शहर के प्राचीन सिद्वपीठ मठ दूधेश्वरनाथ मंदिर में इस बार 6 लाख से ज्यादा कांवडिय़ोंं के शिवरात्रि पर जलाभिषेक करने की संभावना है। 15 जुलाई को महाशिवरात्रि पर्व हैं।

पिछले साल मंदिर में करीब पांच लाख कांवडिय़ोंं ने हरिद्वार, यमुनोत्री, गंगोत्री आदि तीर्थ स्थलों से जल लाकर अपने इष्ट देव भगवान भोले शंकर पर जलाभिषेक किया था। सिद्वपीठ दूधेश्वरनाथ मठ के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरी ने बताया कि श्रावण मास का कांवड़ मेला 15 जुलाई को है। मंदिर में पिछले साल केवल कांवडिय़ों ने ही जलाभिषेक किया था। इस वर्ष कांवडिय़ों के साथ आम श्रद्धालु भी जलाभिषेक कर सकेंगे। उम्मीद है कि इस वर्ष छह लाख से ज्यादा कांवडिय़ां यमुनोत्री, गंगोत्री, हरिद्वार आदि तीर्थ स्थलों से जल लाकर भगवान भोले शंकर पर अर्पण करेंगे। कांवडिय़ों के ठहरने के लिए जीटी रोड स्थित शंभू दयाल इंटर कॉलेज और शंभू दयाल डिग्री कॉलेज के अलावा घंटाघर रामलीला मैदान में भी कांवडिय़ों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही हैं।

मंदिर के बाहर और अंदर बेरिकेडिंग लगाने का काम भी आगामी 2 जुलाई से शुरू हो जाएगा। नगर निगम की ओर से मार्ग की स्ट्रीट लाइट,गंगाजल की व्यवस्था और साफ-सफाई की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। प्रशासन भी इसी तरह पूरी मुस्तैदी से व्यवस्था बनाने में लगा हुआ है। कांवडिय़ों की इस बार संख्या अधिक होने के चलते शहर के मंदिरों में विशेष तैयारी की जा रही है। नगर निगम सीमा क्षेत्र में कविनगर जोन क्षेत्र में 136 मंदिर, मोहननगर जोन क्षेत्र में 145 मंदिर, विजयनगर जोन क्षेत्र में 29 मंदिर, वसुंधरा जोन क्षेत्र में 61 मंदिर और सिटी जोन क्षेत्र में 172 मंदिरों समेत 543 मंदिरों में अब तैयारी शुरू हो जाएंगी। इन मंदिरों और शिवालयों में भी कांवड़ मेले को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। इस कार्य में नगर निगम की ओर से मंदिरों और आसपास साफ-सफाई की व्यवस्था की जा रही है। श्रावण शिवरात्रि पर कांवडिय़ों के लिए 20 स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। कांवड़ यात्रा के दौरान चारों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र समेत 29 स्थानों पर एंबुलेंस तैनात रहेंगी। इसमें 108 एंबुलेंस सेवा वाली 15 एंबुलेंस, 102 एंबुलेंंस वाली 12 और दो प्राइवेट एंबुलेंस शामिल हैं। यह एंबुलेंस 4 जुलाई से 15 जुलाई तक 24 घंटे तैनात रहेगी।

जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जिम्मेदारी निर्धारित कर दी है। शहर में नगर निगम और कस्बों में नगर पालिका परिषद द्वारा व्यवस्था कराई जा रही है। कांवड़ यात्रा मार्ग मुरादनगर गंगनहर पटरी व दिल्ली-मेरठ मार्ग मुख्य रूप से कांवडिय़ां आएंगे। इन मार्गां पर व्यवस्था कराई जा रही है। ताकि कांवडिय़ों को कोई परेशानी न हो। इसके लिए विभागवार जिम्मेदारी पहले ही तय कर दी गई हैं।

नगर आयुक्त नितिन गौड़ ने बताया श्रावण मास कांवड़ यात्रा को सफल बनाने के लिए सड़कों को गड्ढा मुक्त कराने के लिए कार्य शुरु करा दिए गये है। मेरठ रोड तिराहे से लेकर दुहाई, मोहन नगर से लोनी रोड़, अप्सरा बॉर्डर तक पथ प्रकाश की व्यवस्था रहेगी। चार हजार स्थानों को चिन्हिंत किया गया है, जहां एलईडी प्वाइंट होंगे। कांवडिय़ों के रुकने के लिए हर बार की तरह इस बार शंभू इंटर कॉलेज में सभी व्यवस्थाओं का ध्यान रखा जा रहा है। जिसमें पानी पीने के लिए 10 स्टैडि़ंग पोस्ट लगाएं जाएंगे, साथ ही सभी शौचालयों को साफ करने के निर्देश दिए गए है। सांई उपवन में होने वाले भंडारे के लिए जल्द ही टेंडर निकाला जाएगा। पूरे कांवड यात्रा मार्ग पर 78 कट है, जिन्हें बेरिकेडिंग से बंद किया जाएगा। नगर निगम के 20 मोबाइल टायलेट, 50 वाटर टैंकर कांवडिय़ों के लिए सड़को पर उपलब्ध रहेंगे। सड़को पर जहां इंटरलॉकिंग की व्यवस्था है। ऐसी लोकेशन को ट्रेस किया गया है, पेच रिपेयर का कार्य कांवड़ यात्रा शुरु होने से पहले दुरुस्त कराने के निर्देश दिए गए है। दूधेश्वरनाथ मंदिर में आने वाले शिव भक्तों के लिए गंगा जल की व्यवस्था भी कराई जाएगी।