हर माह हो रहे श्रमिक कार्ड के 500 से अधिक पंजीयन: अनुराग मिश्रा

-पिछले छह महीने में हो चुके 3100 से अधिक श्रमिकों के पंजीयन

गाजियाबाद। श्रमिक कार्ड के लिए प्रत्येक माह श्रम विभाग द्वारा 500 से अधिक श्रमिक कार्ड के लिए पंजीयन कराया जा रहा है। श्रम विभाग द्वारा पिछले छह महीने में 3100 से अधिक श्रमिकों के पंजीयन कराए जा चुके हैं। ऑनलाइन पंजीयन के बाद इन श्रमिकों को श्रमिक कार्ड आवंटित किए गए है। श्रम विभाग के उप श्रमायुक्त अनुराग मिश्रा ने बताया कि श्रमिक कार्ड के जरिए पंजीकृत श्रमिकों को विभाग द्वारा संचालित लगभग आधा दर्जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलता है। वित्तीय वर्ष-2023-24 के अप्रैल से सितंबर माह तक श्रम विभाग द्वारा आंकड़ा जारी किया गया है।इन छह माह में 3150 श्रमिकों ने पंजीयन कराकर अपना लेबर कार्ड बनवाया है। विभाग द्वारा भी श्रमिक कार्ड बनवाने के लिए श्रमिकों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। वहीं,साईट पर कैंप भी लगाए जा रहे है।जिलाधिकारी ने अगस्त में श्रम बंधु की बैठक में श्रम विभाग को श्रमिकों के पंजीयन कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। इसके लिए बिल्डरों की साईट और औद्योगिक संगठनों के सहयोग से औद्योगिक क्षेत्रों में विशेष पंजीयन जागरूकता शिविर लगाया जा रहे है।

इससे पंजीयन की संख्या में बढ़ोतरी हो सके और प्रदेश सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए संचालित योजनाओं का लाभ मिल सकें।उप श्रमायुक्त अनुराग मिश्रा ने बताया कि गाजियाबाद जोन के तीन जिले गाजियाबाद,हापुड़ और बुलंदशहर में करीब 3.25 लाख पंजीकृत श्रमिक है। उन्होंने बताया कि श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों एवं उनके परिवार के लिए आर्थिक सहायता योजना,मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए साइकिल योजना, शिक्षा योजना,गरीब कन्याओं के लिए वैवाहिक योजना,प्रसव योजना,स्वास्थ्य बीमा योजना संचालित हैं। उन्होंने बताया कि श्रमिकों के पंजीयन के लिए श्रम विभाग के कार्यालय में चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। वह किसी भी नजदीकी जन सुुविधा केंद्र एवं साइबर कैफे पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

उप श्रमायुक्त ने बताया कि बीते एक महीने से विभाग द्वारा श्रमिकों के पंजीयन के लिए विशेष जागरूकता शिविर लगाया जा रहा है। सितंबर मेें बिल्डरों के निर्माण स्थल और औद्योगिक क्षेत्रों में शिविर लगाए गए। दोनों स्थानों पर 10 शिविर लगाए गए।इन शिविरों में करीब 450 निर्माण श्रमिकों को श्रमिक कार्ड के लिए पंजीयन को लेकर आवेदन कराया गया। इस शिविर में श्रम प्रवर्तन अधिकारियों के अलावा बिल्डर के प्रतिनिधि,औद्योगिक संगठनों के पदाधिकारी श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं के लाभ के बारे में जानकारी देकर जागरूक करते हैं।