नशे की वजह से किसी का घर न हो बर्बाद: श्याम त्रिपाठी

-आयोग के सदस्य ने बाल संरक्षण एवं विकास के लिए संचालित योजनाओं सहित अन्य विषयों पर अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने कहा कि कोई व्यक्ति नशे का शिकार न हो और न ही नशे की वजह से कोई घर बर्बाद हो। एक युद्ध नशे के विरूद्ध अभियान चलाया जाना चाहिए। सोमवार को आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में एडीएम सिटी गंभीर सिंह, अपर नगर मजिस्ट्रेट निखिल चक्रवर्ती, जिला प्रोबेशन अधिकारी मनोज पुष्कर आदि अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए यह बातें कहीं। इससे पहले आयोग के सदस्य ने डासना स्थित जिला जेल एवं सेक्टर-23 संजय नगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय सहित अन्य स्थानों पर मौके पर जाकर निरीक्षण भी किया। आयोग के सदस्य ने बाल संरक्षण एवं विकास के लिए संचालित योजनाओं सहित अन्य विषयों पर भी अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी शशि वाष्र्णेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश श्रीवास, श्रम विभाग, प्रोबेशन विभाग, जिला समाज कल्याण, दिव्यांगजन एवं सशक्तिकरण विभाग सहित बच्चों से संबंधित सभी विभागों द्वारा अपने कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।

आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने कहा कि विभागों द्वारा अच्छा कार्य किया गया है। इसे ओर भी बेहतर बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि डासना स्थित जिला जेल का निरीक्षण किया गया। वहां पर कौशल विकास मिशन के तहत दीवारों पर सुंदर पेंटिंग बनाई गई है। जेल में कैदियों के खान-पान,रहन-सहन की बेहतर सुविधा उपलब्ध है। कैदियों को विभिन्न कार्य क्षेत्रों में निपुण बनाने के लिए सिलाई, कंप्यूटर, पेंटिंग, बुनाई, कढ़ाई सहित अन्य कार्य करने के लिए भी ट्रेनिंग दी जा रही हैं। यह कार्य सराहनीय है। जेल में ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा था कि हम जेल में है। संयुक्त जिला अस्पताल में स्टाफ  की कमी के बावजूद साफ-सफाई कुछ स्तर पर बेहतर मिली। मरीजों की देखभाल हो रही हैं। मरीजों से बातचीत करते हुए लगा कि डॉक्टरों द्वारा उनका बेहतर उपचार किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि डासना जेल में देखने के बाद प्रदेश के अन्य जनपदों में भी अधिकारियों को इस प्रकार के कार्य करने के लिए प्रेरित करूंगा। मेडिकल स्टोर पर शत-प्रतिशत कैमरे लगने चाहिए। यह कार्य दो माह में पूरा कराया जाए। मेडिकल स्टोर संचालक कंप्यूटराइज्ड बिल निकाले। यह भी सुनिश्चित किया जाए।नशे के खिलाफ  वृहद स्तर पर अभियान चलाया जाना चाहिए।जिससे कि कोई परिवार बर्बाद न हो। कोई भी छात्र नशे की लत में न हो। एक युद्ध नशे के विरुद्ध के तहत वृहद स्तर पर अभियान चलाया जाना चाहिए। प्रदेश में पूर्व में यह अभियान 11 जनवरी से 23 जनवरी तक चलाया गया था। उन्होंने कहा कि हमारा एक ही लक्ष्य है कि कोई भी नशे का शिकार ना हो और नशे से कोई घर बर्बाद ना हो।