नही मचा शोर, सर्वसम्मति से चुने गए कार्यकारिणी सदस्य

नगर निगम कार्यकारिणी के लिए भाजपा के 4, कांग्रेस एवं बसपा के एक-एक सदस्य निर्वाचित

गाजियाबाद। नगर निगम कार्यकारिणी समिति के लिए 6 नए सदस्यों का सर्वसम्मति से निर्वाचन हो गया। इसके लिए मतदान कराने की जरूरत नहीं पड़ी। मजबूत रणनीति के कारण भाजपा अपने 4 पार्षदों को कार्यकारिणी सदस्य बनाने में सफल हो गई। कार्यकारिणी में भाजपा के 4 तथा कांग्रेस और बसपा के एक-एक सदस्य को जगह मिली। जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) को निराशा हाथ लगी।

मंगलवार को हिंदी भवन लोहिया नगर में नगर निगम कार्यकारिणी के 6 सदस्यों का चुनाव कराया गया। सभी 6 सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो गए। इसके लिए मतदान प्रक्रिया की आवश्यकता नहीं पड़ी। कार्यकारिणी में भाजपा सबसे मजबूत बनकर उभरी है। ठोस रणनीति के चलते 6 में से 4 सदस्य भाजपा के निर्वाचित हो गए।

मेयर आशा शर्मा की अध्यक्षता में कार्यकारिणी समिति का चुनाव कराया गया। इस मौके पर म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर एवं स्नातक एमएलसी दिनेश गोयल भी मौजूद रहे। इससे पूर्व मेयर आशा शर्मा ने वंदेमातरम गान कराया। नगर निगम कार्यकारिणी सदस्यों के लिए सुबह 11 बजे सबसे पहले नामांकन पत्र लेने की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके बाद साढ़े 11 बजे तक पार्षदों ने आवेदन जमा किए।

इसके बाद नामांकन पत्रों की जांच की गई। भाजपा ने जहां पहले ही अपने 4 पार्षदों के नाम फाइनल कर दिए थे। वहीं, कांग्रेस की ओर से पार्षद जाकिर अली और बसपा की ओर से पार्षद दिलशाद मलिक का नाम फाइनल किया। इसी बीच सपा की ओर से पार्षद मोहम्मद कल्लन का हॉल में नाम चलने के बाद उन्होंने अपना नामांकन किया। इससे नगर निगम कार्यकारिणी का चुनाव लड़ रहे पार्षदों में बेचैनी पैदा हो गई। वहीं, अपर नगर आयुक्त एवं सदन सचिव प्रमोद कुमार ने मंच से चुनाव प्रक्रिया शुरू कराई। नामांकन पत्रों की चीफ इंजीनियर मोइनुदीन एवं एएओ जेपी सिंह ने जांच की।

सभी नामांकन सही पाए गए। कार्यकारिणी चुनाव बोर्ड बैठक में अपर नगर आयुक्त आरएन पांडेय, प्रमोद कुमार चीफ इंजीनियर मोइनुदीन, एसबीएम नोडल अधिकारी अरूण कुमार मिश्रा, डॉ.अनुज कुमार सिंह, जोनल प्रभारी सुनील राय, सुधीर शर्मा, हरिकृष्ण गुप्ता, एसके गौतम, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर देशराज सिंह, मनोज प्रभात आदि निगम अधिकारियों की मौजूदगी में प्रक्रिया शुरू की गई। वहीं, कार्यकारिणी चुनाव के चलते भाजपा पार्षद अनिल स्वामी,राजेंद्र त्यागी,आनंद चौधरी,पार्षद राजीव अजय शर्मा समेत करीब 57 पार्षदों की मौजूदगी में प्रक्रिया शुरू की गई। 12 बजे बगैर चुनाव कराए ही पार्षदों की सहमति के बाद सदन सचिव प्रमोद कुमार ने मंच से निर्विरोध चुने गए 6 पार्षदों के नाम की घोषणा की।

वहीं,मेयर ने साढ़े 12 बजे बैठक का समापन करने की घोषणा कर दी। वहीं, मेयर आशा शर्मा द्वारा इंगित कर कुछ कहने पर भाजपा पार्षद राजीव शर्मा बिफर गए। उन्होंने कहा कि मेयर साहिबा इंगित करके बात न करें। मेयर आशा शर्मा एवं म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने सभी निर्वाचित कार्यकारिणी सदस्यों का अभिनंदन किया।

इस मौके पर भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव, महानगर अध्यक्ष मनोज कौशिक, बसपा जिलाध्यक्ष कुलदीप कुमार ओके, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रेमचंद भारती, भाजपा महानगर महामंत्री पप्पू पहलवान, पार्षद मनोज गोयल, विनोद कसाना आदि सदन में मौजूद रहे। मेयर ने निर्वाचित कार्य कारिणी सदस्यों का अभिनंदन करते हुए कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर निर्विरोध कार्यकारिणी सदस्य चुने गए।

इससे नगर निगम की एकजुटता दिखाई दी। हम संकल्प लेते है कि गाजियाबाद को स्वच्छता में नंबर-1 पर लाएंगे। नगर निगम कार्यकारिणी के लिए नए 6 सदस्यों को चुनने के लिए क्रॉस वोटिंग का पार्षदों और दलों को डर सताने लगा था। सपा पार्षद कल्लन ने पर्चा वापिस नहीं लिया होता तो चुनाव होता। इसमें क्रॉस वोटिंग की प्रबल संभावना थी। सदन में चुनाव की प्रक्रिया चल ही रही थी कि भाजपा के दो पार्षद आपस में ही भिड़ गए। मेयर के बड़े भाई एवं वरिष्ठ पार्षद अनिल स्वामी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपील कर रहे थे। इस दौरान भाजपा पार्षद राजीव शर्मा वहीं मौजूद थे। उन्हें लगा कि उनको निशाना बनाकर अपील की जा रही है, इस पर वह भड़क गए। इस दौरान दोनों के बीच नोक-झोंक हुई। माहौल खराब होते देख महापौर आशा शर्मा ने तुरंत हस्तक्षेप कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। इसके बाद माहौल शांत रहा। भाजपा के वार्ड-2 से पार्षद मीनल रानी,वार्ड-10 से यशपाल पहलवान, वार्ड-29 से हरवीर सिंह,वार्ड-52 के अभिषेक चौधरी निर्विरोध चुने गए, वहीं, कांग्रेस के जाकिर अली सैफी, बसपा के दिलशाद मलिक निर्विरोध कार्यकारिणी सदस्य चुने गए।