मधुबन-बापूधाम योजना की बाधाएं होंगी दूर जीडीए वीसी अतुल वत्स के निर्देश पर सचिव राजेश कुमार सिंह ने किया निरीक्षण अड़चनों को दूर करने का दिया निर्देश

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की नब्ज मधुबन बापूधाम योजना है। यदि यह योजना पुनर्जीवित हो जाये तो जीडीए की अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर लौट सकती है। लेकिन इस योजना में कई अड़चनें जो सफलता की राह में रोड़ा अटका रहे हैं। किसानों के गतिरोध के कारण यहां पर कराये जाने वाले विकास कार्यों में अक्सर अड़ंगा लग जाता है। योजना का सही ढ़ंग से प्रचार प्रसार नहीं होने के कारण यहां प्रॉपर्टी की बिक्री नहीं हो पा रही है। नव नियुक्त वीसी अतुल वत्स के निर्देश पर मंगलवार को जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना में निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। इस दौरान जीडीए के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मधुबन-बापूधाम योजना में निर्माण कार्य के अलावा बिजली, उद्यान के कार्यों में आ रही अड़चन को लेकर जानकारी ली गई और अड़चनों को दूर कर उसे पूरा करने को लेकर आवश्यक निर्देश दिये गये।

मधुबन बापूधाम में किसानों से संबंधित कई समस्याएं हैं। इन समस्याओं को चर्चा के जरिये दूर किया जाएगा। जीडीए सचिव ने बताया कि योजना में रिक्त भवन, भूखंड आदि संपत्तियों को बेचने एवं इन संपत्तियों का निस्तारण करने को लेकर कार्ययोजना तैयार की जा रही है। जीडीए सचिव ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने 856 ईडब्ल्यूएस भवनों का भी मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया। इन भवनों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका हैं। फिनिशिंग का कार्य जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए। बुनकर मार्ट में चल रहे कार्यों को भी देखा गया। जीडीए सचिव ने मौके पर बुनकर मार्ट और पीएम आवास योजना के भवनों का निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए।