निर्माण और अकाउंट विभाग का दफ्तर सील

श्मशान घाट हादसे के बाद एक्शन

गाजियाबाद। नगर पालिका परिषद मुरादनगर में बुधवार को निर्माण विभाग और अकाउंट विभाग का दफ्तर सील कर दिया गया। दोनों कार्यालयों में फिलहाल कोई काम-काज नहीं हो सकेगा। महत्वपूर्ण रिकॉर्ड को सुरक्षित रखने के मकसद से यह कार्रवाई की गई है। उखलारसी श्मशान घाट हादसा सामने आने के बाद से नगर पालिका परिषद मुरादनगर के कारनामे सुर्खियों में हैं। अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान डयूटी में लापरवाही बरतने, भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के आरोपों में जेल जा चुकी हैं। रिटायर्ड अवर अभियंता चंद्रपाल भी सलाखों के पीछे हैं। आरोप है कि श्मशान घाट के सौंदर्यीकरण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किए जाने के कारण हादसे में 25 नागरिकों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को इस प्रकरण में एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं। इस बीच मुरादनगर नगर पालिका परिषद में निर्माण विभाग और अकाउंट विभाग का कार्यालय सील कर दिया गया है। दोनों विभागों में रिकॉर्ड से छेड़छाड़ न हो, इसके चलते यह कार्रवाई की गई है। दरअसल निर्माण विभाग की निगरानी में श्मशान घाट के सौंदर्यीकरण का काम कराया गया था। जबकि ठेकेदार को किए गए भुगतान का रिकॉर्ड अकाउंट विभाग के पास है। सूत्रों का कहना है कि एसआईटी की टीम जल्द पालिका परिषद के कार्यालय का रूख कर सकती है। सनद रहे कि हादसे के बाद पुलिस ने मुरादनगर नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी निहारिका चौहान, अवर अभियंता चंद्रपाल, सुपरवाइजर आशीष कुमार, ठेकेदार अजय त्यागी व संजय गर्ग को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ रासुका और गैंगस्टर एक्ट लगाने की तैयारी चल रही है। इंजीनियर और ठेकेदार से नुकसान की भरपाई भी की जानी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय से इस प्रकरण की जानकारी भी ली है।