ऑरेंज काउन्टी इंदिरापुरम आरडब्लूए की मनमानी, चार्ज के नाम पर भर रहे जेब

-पांच साल से चुनाव न हो पाने के कारण सोसायटी के लोग हुए परेशान, आंदोलन की दी चेतावनी

गाजियाबाद। सुविधाओं का पता नहीं, मगर मेंटेनेंस हर माह चाहिए। ऐसा ही कुछ हाल ऑरेंज काउन्टी इंदिरापुरम सोसायटी का है। जहां बिना मेंटेनेंस के हर माह चार्ज वसूला जाता है। चार्ज वसूलने के बाद काम कम और दिखावा ज्यादा किया जाता है। पिछले पांच साल से चुनाव न होने के कारण पुराने रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी अपनी मनमानी चला रहे है। स्थिति यह हो गई है कि सोसायटी के लोगों को न अब कोई सुविधा मिल रही है और न ही उनकी समस्याओं का निस्तारण हो पा रहा है। जिस कारण पुराने आरडब्लूए के सदस्य ही मेंटेनेंस के नाम पर चार्ज वसूलते है और उसका दुरुपयोग करते है। सोसायटी के लोगों का कहना है कि पिछले पांच साल से चुनाव हो पाने के कारण ऐसा लगता है कि उनके मतदान का अधिकार ही उनसे छीन गया है। हाल ही में रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा पेंट कराया गया था। पेंट की स्थिति यह हो गई है कि अब पेंट के साथ-साथ प्लास्टर भी छूट कर नीचे गिर रहा है और पानी टपकने लगा है। जब इसकी शिकायत रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन से की जाती है तो सुनकर अनसुना कर दिया जाता है। चार्ज वसूलने के बाद पिछले दो सालों से किसी का लेखा-जोखा नहीं दर्शाया जा रहा है।

सोसायटी के निवासी अनिल जैन ने बताया ऑरेंज काउन्टी इंदिरापुरम में चुनाव पिछले पांच साल से लंबित हैं और कालातीत आरडब्लूए के कालातीत पदाधिकारियों (दो रिटायर्ड फौजी) द्वारा की जा रही मनमानी के कारण सोसायटी निवासियों में भारी रोष है। पिछले पांच वर्षों से चुनाव न होने के कारण निवासियों का मतदान द्वारा चुनाव करने का अधिकार उनसे छीन लिया गया है। एक कालातीत (11/03/2019) से आरडब्लूए तानाशाह रूप में कार्य कर रही है। जिसके विषय में पहले भी अवगत कराया गया। पिछले चार साल से कोर्ड भी जनरल बॉडी मींटिग (जीबीएम) नहीं हुई। जिससे यह पता चल सकें कि चार्ज वसूलने के बाद उनके रुपयों का इस्तेमाल कहां और कितना किया जा रहा है। दो साल से निवासियों को कोई भी लेखा जोखा नहीं दिया गया। जिससे सोसायटी के पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है। इस कालातीत आरडब्लूए वर्तमान में स्व: घोषित 10 सदस्य हैं।

जिसमें 7 सदस्य अर्निवाचित हैं और सोसायटी के कार्यों में पूरा दखल देते हैं। सोसायटी की हालत बद से बदतर होती जा रही है। कुछ समय पहले पेंट का कार्य हुआ था जो की बहुत ही खराब क्वालिटी का था और निवासियों से मोटी वसूली की गई। स्थिति यह हो गई है कि अब पेंट के साथ-उसका प्लास्टर भी छूट कर गिर रहा है। पिछले चार सालों से ये कोई भी रखरखाव का कार्य यह कह कर किया जाता है कि डिप्टी रजिस्ट्रार से संज्ञान ले लिया है। जिसका कोई भी ब्यौरा नहीं दिया जाता है। जब इनसे जीबीएम के बारे में कहते है तो स्वचलित कालातीत सदस्यों द्वारा कहा जाता है कि हमारे पास कोई अधिकार नहीं हैं, परन्तु ये एक व्हाट्सएप ग्रुप पर सभी कार्यवाही करते हैं और निवासियों को भ्रामित तथा शोशित करते रहते है। उन्होंने कहा जगह-जगह बेसमेंट में पानी टपक रहा है व प्लास्टर गिरने के कारण कई गाडिय़ां क्षतिग्रस्त हो गई है। अगर जल्द ही चुनाव नहीं कराया गया तो सोसायटी के लोगों को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।  फण्डस के दुरुपयोग को रोका जाये।