पीएम ने नए संसद भवन का शिलान्यास किया

कार्यक्रम स्थल पर सर्वधर्म प्रार्थना भी हुई

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नए संसद भवन का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। नए भवन का निर्माण करीब 2 साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। भूमि पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम के दरम्यान सर्वधर्म प्रार्थना भी की गई। इसमें हिंदू, सिख, ईसाई, मुस्लिम, बौद्ध, जैन आदि धर्मों के धर्मगुरु ने प्रार्थना की। नए संसद भवन का निर्माण अक्तूबर 2022 तक पूरा किया जाएगा, जिससे देश की आजादी की 75वीं सालगिरह पर नए भवन में सत्र का आयोजन हो सके। नए संसद भवन में लोक सभा का आकार मौजूदा से 3 गुना ज्यादा होगा। राज्य सभा का भी आकार बढ़ाया जाएगा। कुल 64 हजार 500 वर्ग मीटर क्षेत्र में नए संसद भवन का निर्माण होना है। निर्माण कार्य का जिम्मा टाटा प्रोजेक्ट्स लि. द्वारा किया जाएगा। नए संसद भवन का डिजाइन एचसीपी डिजाइन प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्रा. लि. ने तैयार किया है। शहरी कार्य मंत्रालय के मुताबिक नया संसद भवन नए भारत की जरूरतों तथा आकांक्षाओं के अनुरूप होगा। यह अगले सौ साल की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा ताकि भविष्य में सांसदों की संख्या बढ़ने पर भी कोई परेशानी न आए।

नया संसद भवन अत्याधुनिक, तकनीकी सुविधाओं से लैस होगा। सोलर सिस्टम से ऊर्जा बचत भी होगी। मौजूदा संसद भवन से सटी त्रिकोणीय आकार की नई इमारत सुरक्षा सुविधाओं से युक्त होगी। लोक सभा का नया भवन मौजूदा आकार से 3 गुना बढ़ा रहेगा। नए भवन की साज-सज्जा में भारतीय संस्कृति, क्षेत्रीय कला, शिल्प और वास्तुकला की विविधता का समृद्ध मिला-जुला स्वरूप होगा। डिजाइन योजना में केंद्रीय संवैधानिक गैलरी को स्थान दिया गया है। आमजन इसे देख पाएंगे। इसके अतिरिक्त पर्यावरण अनुकूल कार्यशैली का प्रयोग भी होगा। नए भवन में उच्च गुणवत्ता वाली ध्वनि तथा दृश्य-श्रव्य सुविधाएं, बैठने की आरामदायक व्यवस्था, आपातकालीन निकासी की व्यवस्था होगी। शहरी कार्य मंत्रालय का कहना है कि इस प्रोजेक्ट को तय समय पर पूर्ण कराने की हरसंभव कोशिश की जाएगी।