तालाब बनेंगे पिकनिक स्पॉट, जिला पंचायत विभाग ने तैयार की योजना

गौतमबुद्धनगर जिले के जेवर, दनकौर और दादरी क्षेत्र के पांच तालाबों का प्रथम चरण में होगा कायाकल्प

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्यों को पर्यावरण संरक्षण से जोडऩे की दिशा में जिला पंचायत विभाग ने शानदार पहल की है। योजना के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र के मृतप्राय तालाबों का जीर्णोद्धार कर उसे पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा। योजना पर काम शुरू हो गया है और 6 महीने के भीतर इस योजना को धरातल पर उतारा जाएगा। प्रथम चरण में गौतमबुद्ध नगर जिले के जेवर, दनकौर और दादरी क्षेत्र के पांच तालाबों कायाकल्प होगा। इन तालाबों को मॉडल तालाब के रूप में विकसित किया जाएगा। इस योजना से जहां गांवों में पिकनिक स्पॉट विकसित होंगे वहीं जल संरक्षण के लिहाज से भी यह काफी कारगर साबित होगा।
गौतमबुद्ध नगर जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी धर्मजीत त्रिपाठी ने पिछले दिनों जेवर क्षेत्र के लौदाना गांव, दनकौर क्षेत्र के चिटी गांव, दादरी क्षेत्र के छायसा और विसरख ब्लॉक स्थित ततारपुर गांव का निरीक्षण किया। इन पांचों गांवों में एक-एक तालाब को मॉडल तालाब के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है। तालाबों के जीर्णोद्धार की इस योजना को नई कार्य योजना में शामिल किया गया है। तालाबों के जीर्णोद्धार, सौदर्यीकरण और जल संरक्षण को लेकर तैयार की गई इस योजना पर अनुमानित रूप से ढ़ाई से तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे। गौतमबुद्धनगर में 88 गांव हैं। नई कार्य योजना में इन गांवों में जरूरत के मुताबिक प्राथिमकता के आधार पर विकास कार्य कराये जाएंगे। नई कार्य योजना के तहत लगभग 15 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराये जाएंगे। नई कार्य योजना में जल संरक्षण को बढ़ावा देने के मकसद से उपेक्षित तालाबों की सूरत बदलने पर ध्यान दिया गया है। तालाबों को जल्द पिकनिक स्पॉट के तौर पर विकसित किया जाएगा। यह तालाब निकट भविष्य में बदले लुक में दिखाई देंगे। पिकनिक स्पॉट के तौर पर इन स्थलों की अपनी अलग पहचान बन जाएगी। ग्रामीणों को सैपर-सपाटे के लिए बेहतर स्थल मिल सकेंगे। गौतमबुद्ध नगर जिले में भू-जल स्तर में लगातार गिरावट हो रही है। ऐसे में तालाबों के माध्यम से ग्राउंड वाटर को रिचार्ज करने में भी मदद मिलेगी। कई बार तालाबों पर अवैध कब्जा भी हो जाता है। ऐसे में यदि तालाब को पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया जाता है तो उस पर अवैध कब्जे का खतरा भी खत्म हो जाएगा। जल संरक्षण से जुड़े लोग और पर्यावरण विशेषज्ञ बताते हैं कि ग्राउंड वाटर लेवल बढ़ाने के लिए तालाब सबसे कारगर उपाय है। रिपोर्ट बताते हैं कि जिन क्षेत्रों में तालाब होता है वहां का ग्राउंड वाटर लेवल अच्छा होता है। ऐसे में तालाब बनाने से ना सिर्फ ग्राउंड वाटर लेवल दुरूस्त होगा बल्कि जरूरत पडऩे पर तालाबों के पानी का सिंचाई सहित अन्य कार्यों में उपयोग कर भू-जल दोहन को भी रोकने में मदद मिलेगी।

चरणबद्ध तरीके से कराया जाएगा काम
तालाबों के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण का कार्य चरणबद्ध तरीके से कराया जाएगा। प्रथम चरण में तालाबों से जलकुंभी की सफाई और तालाबों में पड़ी गंदगी को हटाया जाएगा। द्वितीय चरण में जिन तालाबों की गहराई कम है वहां मिट्टी की खुदाई और जहां पानी गंदा है वहां पानी की सफाई की जाएगी। तीसरे चरण में घास, पेड़-पौधे, बेंच, झूले और लाईट सहित अन्य सौंदर्यीकरण का काम किया जाएगा।

स्वतंत्रता दिवस पर मिलेगा मिलेगा
जिला पंचायत विभाग की योजना है कि स्वतंत्रता दिवस पर ग्रामीणों को तालाबों का तोहफा दिया जाएगा। योजना है कि 15 अगस्त तक कम से कम एक तालाब को एक मॉडल तालाब के रूप में विकसित कर दिया जाएगा। पहले चरण में सिर्फ 5 तालाबों को लिया गया है लेकिन बाद में धीरे-धीरे सभी गांव में कम से कम एक तालाब को मॉडल तालाब बनाया जाएगा। बड़े तालाबों में बोटिंग की सुविधा उपलब्ध कराने की योजना पर भी काम चल रहा है। तालाब के चारों तरफ हाई मॉस्क लाइट लगाने के साथ-साथ रंग-बिरंगे रोशनी की भी व्यवस्था कराई जाएगी जिससे कि लोग शाम में तालाब के किनारे इवनिंग वॉक कर सकें। सूदूर ग्रामीण क्षेत्र के तालाबों का सौदर्यीकरण प्राकृतिक तरीके से किया जा रहा है। तालाबों के किनारे फलदार पौधे लगाये जाएंगे।

तालाबों के सौदर्यीकरण को लेकर योजना तैयार कर स्वीकृति के लिए शासन को भेजा गया है। प्रथम फेज में जेवर, दनकौर, दादरी और विसरख क्षेत्र के पांच गांवों के तालाबों को मॉडल तालाब के रूप में विकसित करने की योजना है। तालाबों को पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा। इस योजना से ग्रामीणों को अपने गांव में घूमने फिरने के लिए एक पिकनिक स्पॉट मिलेगा वहीं इससे जल संरक्षण में भी मदद मिलेगी और क्षेत्र का ग्राउंड वाटर लेवल बढ़ेगा।

धर्मजीत त्रिपाठी
अपर मुख्य अधिकारी
जिला पंचायत गौतमबुद्धनगर