समूचे ब्रज क्षेत्र को तीर्थ क्षेत्र घोषित करने का प्रस्ताव पास

– अखिल भारतवर्षीय ब्राहण महासभा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में मथुरा तीर्थ क्षेत्र सहित कई प्रस्ताव पास

उदय भूमि संवाददाता
मथुरा। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की महत्वपूर्ण बैठक मथुरा के वैष्णव कुंभ में रविवार को आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की की गई। बैठक में देश के विभिन्न प्रांतों से आए 95 सदस्य शामिल हुए। महासभा ने बैठक में मथुरा को तीर्थक्षेत्र घोषित करने का प्रस्ताव पास किया। वृंदावन को तीर्थ क्षेत्र घोषित किया गया है, मगर मथुरा को अभी तक तीर्थ क्षेत्र घोषित नही किया गया है। कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. शिवकुमार पारिख बैठक में किन्हीं कारणों से पहुंच नहीं पाए, मगर उन्होंने अपने संदेश जरूर भेजा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यकारी अध्यक्ष महेश चंद्र शर्मा ने की। महेश चंद्र शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा-370 को समाप्त कर दिया है, मगर ब्राह्मण समाज को कई परेशानियों से जू­झना पड़ रहा है। इन समस्याओं के समाधान के लिए गंभीरता से प्रयास करने की जरूरत है। हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करने का प्रस्ताव भी बैठक में पास किया गया। देश में हिंदी पिछड़ती जा रही है। हिंदी को देश में बढ़ावा देने की जरूरत है। बैठक में ब्राह्मण समाज के उत्थान पर विस्तार से चर्चा की गई। ब्राहण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री पं. तरूण मिश्र ने बैठक को संबोधित करते हुुए कहा कि मथुरा 84 किमी के व्यास वाले समूचे ब्रज क्षेत्र का केंद्र है। वृंदावन और बरसाना को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित करना सराहनीय कदम है, लेकिन इसका तब तक कोई मतलब नहीं बनता, जब तक मथुरा को भी ऐसा ही दर्जा नहीं दिया जाता। 84 किमी के समूचे ब्रज क्षेत्र को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित किया जाए। राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा किसी भी राष्ट्र की पहचान उसके भाषा और उसके संस्कृति से होती है और पूरे विश्व में हर देश की एक अपनी भाषा और अपनी एक संस्कृति है जिसके छांव में उस देश के लोग पले बढ़े होते हैं। यदि कोई देश अपनी मूल भाषा को छोड़कर दूसरे देश की भाषा पर आश्रित होता है उसे सांस्कृतिक रूप से गुलाम माना जाता है। हिन्दी हिन्दुस्तान को बांधती है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक, साक्षर से निरक्षर तक प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति हिन्दी भाषा को आसानी से बोल-समझ लेता है। यही इस भाषा की पहचान भी है कि इसे बोलने और समझने में किसी को कोई परेशानी नहीं होती। हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा के साथ-साथ हमारी संस्कृति के महत्व पर जोर देने के लिए एक महान कदम है। मथुरा में गत 16 फरवरी से 46 दिवसीय वैष्णो कुंभ आयोजित है। यह कुंभ 46 दिनों तक चलेगा। उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पंड़ित पिताम्बर शर्मा और बृज मंडल के अध्यक्ष पंड़ित रमेश दत्त शर्मा ने भी अपने विचार रखें। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष महेश चन्द्र शर्मा, राष्ट्रीय महामंत्री तरूण मिश्र, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री पंड़ित विशन कुमार कौशिक, महिला प्रकोष्ठ की प्रमुख श्रीमति दिगविजय दीक्षित, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंड़ित बिहारी लाल वशिष्ठ सहित देश भर से लगभग 90 प्रतिनिधि एवं पदाधिकारी उपस्थित रहें।