वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए सख्ती से हो नियमों का पालन: नगर आयुक्त

-खुले में निर्माण सामग्री एवं कूड़े डालने के विरुद्ध चलाए गए अभियान में लाए तेजी, लगाए जुर्माना

गाजियाबाद। शहर में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने निगम अधिकारियों को ग्रेप की गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए है। जिससे शहर की वायु प्रदूषण की गुणवत्ता को सुधारा जा सकें।
निर्माण गतिविधियां और खुले में कूड़ा जलाना प्रदूषण के बड़े स्रोत हैं। कंस्ट्रक्शन वर्क से जगह-जगह धूल उड़ती है, जिससे प्रदूषण ज्यादा फैलता है। प्रदूषण का दूसरा बड़ा कारण सॉलिड वेस्ट है। कूड़े को खुले में जलाने से काफी प्रदूषण होता है, इसे ध्यान में रखते हुए नगर आयुक्त ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जिसके क्रम में खुले में निर्माण सामग्री पाए जाने पर एवं खुले में कूड़ा डालने/ जलाने पर जुर्माना वसूलने का अभियान तेजी से चलाया जाए। कोयले की भ_ियों को शत प्रतिशत बंद करने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के नेतृत्व में नगर निगम अधिकारी वायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर निरंतर प्रयासरत हैं।

नगर आयुक्त ने ऐसे मार्ग जहां धूल का उत्सर्जन अधिक रहता है, वहां पर निरंतर पानी के छिड़काव की व्यवस्था को बनाए रखने, मैकेनाइज्ड सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए है। उपकरणों के साथ लगातार मैदान में बने रहने के लिए कड़े निर्देश नगर आयुक्त द्वारा विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं। जिसमें विशेष रूप से स्वास्थ्य विभाग, निर्माण विभाग, जलकल विभाग की जिम्मेदारी तय की गई है। ग्रेडड रिस्पांस एक्शन प्लान स्टेज-4 के संबंध में जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन अधिकारी करा रहे है, लापरवाही मिलने पर संबंधित विभाग की जवाबदेही रहेगी, मॉनिटरिंग खुद नगर आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान की जा रही है।

नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया शहर में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए नियमित निगम के पांचो जोन में पानी के छिड़काव किया जा रहा है। साथ ही सभी अधिकारियों को अपने जोन में ग्रेप की गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए गए है। खुले में निर्माण सामग्री मिलने पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई कोयले की भट्टी को शतप्रतिशत बंद करने और लगातार सड़कों पर पानी का छिड़काव करने के निर्देश दिए है। नियमों का उल्लघंन करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। जिसकी लगातार मॉनिटिरिंग भी की जा रही है।