लेखा विभाग में फाइलों का हाल बेहाल देखकर नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक को आया गुस्सा अधिकारियों और कर्मचारियों को दी नसीहत बोले जहां बैठो वहां रखो साफ सफाई का ध्यान

नगर आयुक्त ने किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन चेतावनी देते हुए साफ सफाई के साथ-साथ व्यवस्थित ढ़ंग से फाइलों को रखने का निर्देश दिया। नगर आयुक्त ने कहा कि सभी लोग अपनी कार्यप्रणाली को स्मार्ट बनायें। नगर आयुक्त ने लेखा विभाग के कार्य की सराहना भी कि लेकिन अभी इसमें कई और सुधार को जरूरी बताया।

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने शुक्रवार को निगम मुख्यालय स्थित लेखा विभाग के कार्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई कमरों में गंदगी मिली और फाइलें अव्यवस्थित दिखाई दी। इसे देखकर नगर आयुक्त को गुस्सा आया। नगर आयुक्त ने किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन चेतावनी देते हुए साफ सफाई के साथ-साथ व्यवस्थित ढ़ंग से फाइलों को रखने का निर्देश दिया। नगर आयुक्त ने कहा कि सभी लोग अपनी कार्यप्रणाली को स्मार्ट बनायें। नगर आयुक्त ने लेखा विभाग के कार्य की सराहना भी कि लेकिन अभी इसमें कई और सुधार को जरूरी बताया। नगर आयुक्त ने कहा कि भुगतान प्रणाली में काफी सुधारा आया है। नियमित रूप से फर्म और ठेकेदारों का भुगतान हो रहा है। लेकिन व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए लगातार कुछ अच्छा करते रहने की जरूरत है।

विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा गाजियाबाद के नगर आयुक्त का चार्ज संभालने के बाद से नगर निगम की कार्य प्रणाली में कई बदलाव देखने को मिला है। निगम के सभी विभागों को स्मार्ट कार्यप्रणाली से जोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में लेखा विभाग की टीम को तेजी से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। फाइलों की प्रोसेस की गति को बढ़ाने का निर्देश दिया। पत्रावलियों के रखरखाव को लेकर लेखा विभाग के कर्मचारियों को निर्देशत करते हुए नगर आयुक्त ने कहा कि फाइलों की संख्या अधिक होने से उन्हें व्यवस्थित और क्रमिक ढ़ंग से रखें। उन्होंने सभी कर्मचारियों को भुगतान की फाइलों का भी क्रम बनाने का निर्देश दिया। जिन कर्मचारियों के कमरें में गंदगी मिली उन्हें कड़ी फटकार भी लगाई। कर्मचारियों को विभागवार फाइलों का रखरखाव और कार्यप्रणाली को स्मार्ट करने को कहा गया। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त के साथ लेखाधिकारी डॉ. गीता रानी, मुख्य नगर लेखा परीक्षक विवेक सिंह, सहायक लेखाधिकारी जेपी सिंह मौजूद रहे।