विशेष प्रवर्तन अभियान: खादर में धधक रही कच्ची शराब की भट्टी ध्वस्त

-शराब माफिया का चक्रव्यूह तोड़ने को आबकारी विभाग ने चलाया चेकिंग अभियान
-दो हजार किलोग्राम लहन नष्ट, 60 लीटर अवैध कच्ची शराब व उपकरण जब्त
-औद्योगिक इकाइयों में छापेमारी की कार्रवाई

गाजियाबाद। शहर और अंचल में इन दिनों अवैध शराब के निर्माण के खिलाफ आबकारी विभाग का अभियान बदस्तूर जारी है। जिले में इस अवैध शराब के धंधे से बड़ी संख्या में लोग जुड़े हुए हैं। इस धंधे में वैसे लोग लिप्त रहते हैं जो समाज के शिक्षित और प्रबुद्ध जन कहलाते हैं। हालांकि इस धंधे को लेकर आबकारी विभाग भी सजग है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर जिले में लगातार छापामारी अभियान चलाया जाता है जिसका सकारात्मक परिणाम भी सामने आया है। अवैध शराब का यह काला धंधा किसी एक के बस की बात नहीं है। उसमें कई वर्ग के लोगों की मिलीभगत होती है। किसी गुप्त स्थान में ऐसे शराब निर्माण का भट्टी बनाया जाता है जिससे आम लोग अंजान होते हैं। इन शराबों को अधिकतर निम्न एवं मध्यवर्गीय ग्राहकों द्वारा खरीदा जाता है। रिक्शा चालक, दैनिक मजदूर सहित कई लोग इसके ग्राहक होते हैं। वहीं जिले के कोयलांचल में अवैध शराब की सबसे ज्यादा खपत होती है। अवैध शराब के धंधे को जड़ से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग लगातार छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दे रहा है।

जिला आबकारी अधिकारी ने जिले में चल रहे विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत बिकने वाली अवैध और जहरीली शराब पर शिकंजा कसने के निर्देश दिए है। अवैध और नकली शराब कारोबारियों के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है। विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं। हिंडन खादर क्षेत्र में दबिश देकर अवैध शराब की भट्टी को ध्वस्त करते हुए कच्ची शराब बरामद करते हुए लहन को मौके पर नष्ट कर दिया। हिंडन खादर क्षेत्र में शराब बनाने वाले माफिया गांव से दूर जंगल और गन्ने के खेत जैसे सुरक्षित स्थान पर भट्टी तैयार करते है।

अवैध शराब के निर्माण में खर्च कम और बिक्री से मोटा मुनाफा होता है। इसलिए इस शराब का निर्माण करने की फिराक में रहते हैं। इसके लिए जरूरी सामान जुटाकर भट्टियां धधका दी जाती हैं, लेकिन सूचना मिलते ही आबकारी विभाग की टीम मौके पर पहुंच कर माफिया के इरादों पर पानी फेरने का काम कर रही है। उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में जिलाधिकारी व पुलिस आयुक्त के निर्देशन में अवैध मदिरा के निर्माण, बिक्री व परिवहन पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए जिले में विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत जिले में आबकारी निरीक्षकों द्वारा हाईवे, चेक पोस्ट, ढाबा एवं शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा की टीम एवं मेरठ प्रवर्तन के आबकारी निरीक्षक कीर्ति सिंह, संजीव तिवारी, राजकमल सिंह, रणविजय सिंह की संयुक्त टीम शनिवार को थाना टीला मोड़ एवं थाना लोनी अंतर्गत सीती, महमूदपुर, रिस्तल, भूपखेड़ी, जावली, भनेडा जंगल आदि हिंडन खादर क्षेत्रों पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान खादर क्षेत्र में जल रही शराब की भट्टी को ध्वस्त किया गया। साथ ही हिंडन किनारे झाडिय़ों में छिपाकर रखे गए शराब से भरे ड्रमों को बाहर निकाला गया। इस दौरान 2 हजार किलोग्राम लहन को मौके पर नष्ट किया गया। साथ ही बरामद 260 लीटर अवैध कच्ची शराब व उपकरण जब्त कर लिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत 5 अभियोग पंजीकृत किए गए।

साहिबाबाद इंडस्ट्रियल एरिया का निरीक्षण
जनपद में शराब का अवैध कारोबार रोकने के लिए आबकारी विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। इसके चलते शराब तस्करों की बेचैनी भी बढ़ी हुई है। इसी क्रम में आबकारी निरीक्षक अखिलेश बिहारी वर्मा, आशीष पाण्डेय, राकेश त्रिपाठी, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, त्रिभुवन सिंह ह्यांकी की टीमों द्वारा ट्रांसपोर्ट नगर में गोदामों और कुछ औद्योगिक क्षेत्रों में बंद पड़ी फैक्ट्रियों में सघन छापेमारी की। इस दौरान कोई आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई। कार्रवाई के उपरांत विभागीय अधिकारियों ने ट्रांसपोर्टरों एवं उद्यमियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

उनसे यह भी अपील की गई कि यदि अवैध शराब निर्माण से संबंधित कोई जानकारी मिलती है तो इसकी सूचना तत्काल विभाग को उपलब्ध कराई जाए ताकि कड़ी कार्रवाई हो सके। इसी के साथ ईस्टन पेरिफेरल एक्सप्रेसवे डासना, दुहाई चेक पोस्ट, दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर सघन चेकिंग के अलावा मुखबिर तंत्र को काफी सक्रिय किया गया है। इसके अलावा मुख्य मार्गों एवं संवेदनशील क्षेत्रों में छापेमारी की कार्यवाही चल रही है। जिसमें आबकारी विभाग को सफलता भी मिल रही है। थाना मोदीनगर, सिखेड़ा रोड स्थित इंडस्ट्रियल एरिया का निरीक्षण किया गया। किसी भी प्रकार के अवैध मादक पदार्थ की बरामदगी नहीं हुई।