टर्सियरी प्लांट के निर्माण कार्य में लाएं तेजी: विक्रमादित्य सिंह मलिक

150 करोड़ का ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड को लेकर म्युनिसिपल कमिश्नर ने की समीक्षा बैठक

गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा 150 करोड़ रुपए के ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड जारी किए जाने और सीवर के पानी को शोधित कर साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साईट-4 की फैक्ट्रियों में ट्रीट पानी की सप्लाई को लेकर टर्सियरी प्लांट के निर्माण में अब तेजी लाई जाएगी। शनिवार को अवकाश के दिन भीा म्युनिसिपल कमिश्नर विक्रमादित्य सिंह मलिक ने नगर निगम मुख्यालय स्थित अपने ऑफिस में ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड को लेकर समीक्षा बैठक की।

म्युनिसिपल कमिश्नर ने निगम के जलकल विभाग के महाप्रबंधक आनंद त्रिपाठी, ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड के सलाहाकार अरूण, लेखाधिकारी डॉ. गीता कुमारी, पीएमसी एवं कार्यदायी संस्था वबाग लिमिटेड कंपनी के प्रतिनिधि के साथ बैठक की। म्युनिसिपल कमिश्नर ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि इंदिरापुरम स्थित टर्सियरी प्लांट के निर्माण में तेजी लाई जाए। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र में इकाईयों को सप्लाई होने वाली शोधित पानी को लेकर स्थिति को जाना। ग्रीन म्युनिसिपल बॉन्ड के अनुसार 40 एमएलडी क्षमता के तृतीय सीवरेज शोधन पानी प्लांट के स्थापित होने के बाद पानी ट्रीटमेंट प्लांट की भौतिक स्थिति की समीक्षा की।

बैठक में औद्योगिक क्षेत्र में शोधित पानी की सप्लाई एवं प्लांट में चल रहे कार्यों का प्रेजेंटेशन किया गया। म्युनिसिपल कमिश्नर ने जलकल महाप्रबंधक व कंपनी के प्रतिनिधि को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वबाग कंपनी प्लांट की प्रगति को बढ़ाया जाए। इसके साथ औद्योगिक क्षेत्र और निर्धारित रूट सौर ऊर्जा मार्ग पर सड़क को प्राथमिकता के आधार पर रिस्टोर करने के निर्देश दिए। यहां पर सड़क को काटने पर इसका पुन निर्माण कराने के लिए आदेश दिए। म्युनिसिपल कमिश्नर ने प्रोजेक्ट की प्रगति को ट्रैक्टर के माध्यम से समीक्षा करने के लिए भी निर्देश दिए।

जलकल विभाग के महाप्रबंधक आनंद त्रिपाठी व कार्यदायी संस्था वबाग लिमिटेड के प्रतिनिधि को कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने की चेतावनी दी गई। इसके साथ ही प्लांट के निर्माण में तेजी लाई जाए। इसके लिए दूसरी शिफ्ट की शुरुआत करने के निर्देश दिए। ताकि समय पर प्लांट का कार्य पूरा हो सकें। इसके लिए श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए। म्युनिसिपल कमिश्नर ने कहा कि इस कार्य के दौरान किसी प्रकार की असुविधा लोगों एवं उद्यमियों को न हो। इसका विशेष ध्यान रखा जाए।