अक्षरधाम-सहारनपुर मार्ग के निर्माण में डाली केबिल का करें सर्वे: इन्द्र विक्रम सिंह

जिलाधिकारी ने ली एनएचएआई व विद्युत वितरण मंडल लोनी के अधिकारियों की बैठक

गाजियाबाद। अक्षरधाम-सहारनपुर मार्ग लोनी में निर्माण के दौरान हाईवे पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा बिजली केबिल को सड़क किनारे एक ही ट्रेंच में डालकर दबा देने के मामले मेें अब फिर से सर्वे होगा। बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने एनएचएआई और विद्युत वितरण मंडल लोनी के अधिकारियों के साथ की बैठक में हाईवे के निर्माण के दौरान डाली गई उच्च क्षमता की केबिलों को फिर से डालने के लिए सर्वे कराने के निर्देश दिए। विद्युत वितरण मंडल लोनी के अधिकारियों ने एनएचएआई द्वारा गलत तरीके से केबिल डालने को लेकर जिलाधिकारी के समक्ष यह प्रकरण उठाया था।

जिलाधिकारी को अवगत कराया कि एनएचएआई ने अक्षरधाम-सहारनपुर मार्ग के निर्माण के दौरान हाईवे पर आ रही 33 केवी व 11 केवी की लाइनों को शिफ्ट कराया गया। लेकिन इन लाइनों को शिफ्ट कराते समय इस बात का ख्याल नहीं रखा गया कि अगर एक केबिल में फॉल्ट हो जाता है,तो दूसरी केबिल को नुकसान न होने पाए। एनएचएआई द्वारा सभी केबिलों को सड़क के किनारे ट्रेंच में एक साथ एक के ऊपर एक डालकर दबा दिया गया है। कई जगह तो बिना ट्रेंच के ही केबिलों को ऐसे ही खुदाई करके दबा दिया गया। उन्होंने जिलाधिकारी से निवेदन किया कि भविष्य के लिए केबिलों को सुव्यवस्थित तरीके से दोबारा डाले जाने की बेहद आवश्यकता है, ताकि कोई फॉल्ट होने पर अन्य केबिलों को सुरक्षित बचा लिया जाए।

फॉल्ट ढूंढने में भी ज्यादा समय न लगे और विद्युत आपूर्ति ज्यादा देर तक बाधित होने पर लोगों के आक्रोश से भी बचा जा सकें। जिलाधिकारी ने बैठक में एनएचएआई के अधिकारियों को केबिलों को दोबारा से सही तरीके से डालने के लिए 27 मई तक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत वितरण मंडल लोनी के अधिकारियों के साथ मिलकर तुरंत सर्वे करने के लिए भी निर्देशित किया। बैठक में लोनी विद्युत वितरण मंडल के अधीक्षण अभियंता नरेश भारती, अधिशासी अभियंता सुनील कुमार,मनोज कुमार, नीरज सिंह एवं एनएचएआई के परियोजना निदेशक व टेक्निकल मैनेजर पुनीत कुमार मौजूद रहे।