अवैध निर्माण पर जुलाई से होगी ताबड़तोड़ ध्वस्तीकरण कार्रवाई

-जीडीए अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए 1.25 करोड़ रुपए में जल्द खरीदेगा 4 नई जेसीबी
-जीडीए उपाध्यक्ष की लैंड बैंक की प्लानिंग, जमीन और प्रॉपर्टी का होगा ऑडिट

गाजियाबाद। जीडीए सीमा क्षेत्र में अवैध निर्माण एवं अनाधिकृत कॉलोनी काटने वाले बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई अब तेज होगी। फिलहाल लगातार अभियान चलाकर जीडीए उपाध्यक्ष के निर्देश पर अधिकारी एवं कर्मचारी कार्रवाई कर रहे है। मगर जुलाई से इस कार्रवाई में और तेजी आएगी। जुलाई से ताबड़तोड़ अवैध निर्माण ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू होगी। अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए जीडीए 4 नई जेसीबी मशीन खरीदने जा रहा है। जेसीबी मशीन आने से अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेजी आएगी। जिसके लिए अवैध निर्माण करने वालों की सूची पहले ही तैयार कर ली गई है।

जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स का कहना है कि अवैध निर्माण किए जाने और अनाधिकृत कॉलोनियों के काटे जाने से सुनियोजित विकास का स्वरूप बिगड़ता है। ऐसे में जुलाई से अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए नियमित रूप से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि जीडीए के सभी 8 प्रवर्तन जोन में अवैध निर्माण की सूची पहले ही तैयार कराई जा रही है। इसके बाद रोस्टर के अनुसार ताबड़तोड़ तरीके से अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाएगा। जीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए 1.25 करोड़ रुपए में जल्द ही नई 4 जेसीबी मशीन भी खरीदी जाएंगी। 25 से 30 लाख रुपए कीमत की इन जेसीबी मशीन से जोनवार अवैध निर्माण ध्वस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

लैंड और प्रॉपर्टी का कराएंगे ऑडिट :
जीडीए की शहर में कहां-कहां पर किन-किन योजनाओं में खाली जमीन पड़ी है। इसका ऑडिट कराया जाएगा। इसके साथ ही जीडीए की योजनाओं में रिक्त प्रॉपर्टी भवन, भूखंड, क्योस्क आदि संपत्तियों का भी ऑडिट कराया जाएगा। जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स का कहना है कि जीडीए का लैंड बैंक बनाने की प्लानिंग हैं। इसलिए जमीन और संपत्तियों का ऑडिट कराया जाएगा। जीडीए की इंदिरापुरम, इंदिरापुरम विस्तार, गोङ्क्षवंदपुरम, वैशाली, कौशांबी, राजेंद्र नगर, इंद्रप्रस्थ, तुलसी निकेतन, कविनगर, शास्त्री नगर, सेक्टर-23 संजय नगर, स्वर्णजयंतीपुरम आदि योजनाओं में जमीन और प्रॉपर्टी की खोज करने के लिए ऑडिट कराया जाएगा।

जीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि लैंड और प्रॉपर्टी का सर्वे कराने के लिए जल्द ही टेंडर कराया जाएगा। टेंडर में जो फर्म क्वालीफाई करेगी। उससे संपत्तियों का ऑडिट कराया जाएगा। दरअसल, जीडीए की योजनाओं में अधिग्रहित जमीन में कुछ योजनाओं में जमीन चिन्हित की जा चुकी हैं। इनका रिकॉर्ड खंगालने के बाद जमीन मिली है। ऐसे ही जीडीए की योजना स्वर्णजयंतीपुरम, गोविंदपुरम आदि कॉलोनियों में भी पूर्व में प्रॉपर्टी मिल चुकी हैं। इसलिए जीडीए अपनी सभी योजनाओं में लैंड और प्रॉपर्टी का ऑडिट कराएगा।