मादक पदार्थों की बिक्री व तस्करी के खिलाफ अभियान चलाकर करें कार्रवाई: एडीएम

-किसी भी माध्यम से नहीं होनी चाहिए मादक पदार्थों की अवैध सप्लाई

गाजियाबाद। जनपद में मादक पदार्थों के अवैध कारोबार, खरीद-फरोख्त और ड्रग ट्रैफिकिंग के विरुद्ध अभियान को और तेज करने की आवश्यकता है। इस दृष्टि से जनपद में सतर्कता और इंटेलिजेंस को बेहतर करना होगा एवं जनपद की अंतर्राज्यीय सीमा पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है। जनपद के विकास और सुरक्षा की दृष्टि से सीमा प्रबंधन अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय है। हमें इसे एक मुहिम का रूप देना होगा। उक्त बातें बुधवार को कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में डीएम के निर्देशानुसार अपर जिलाधिकारी गंभीर सिंह ने जनपद में मादक पदार्थों (नारकोटिक्स) की बिक्री व तस्करी पर रोक लगाने के लिए हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहीं। उन्होंने कहा विद्यालयों, अस्पतालों सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर होर्डिंग, बैनर, जागरूकता से सम्बंधित कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक सहित अन्य जागरूकता से सम्बंधित जो-जो कार्य नियमानुसार किए जा सकते हैं वे किए जाए। स्कूलों द्वारा संचारी रोग, नशा मुक्ति, मिशन शक्ति सहित अन्य अभियानों के अंतर्गत विद्यार्थियों से वाद विवाद, चित्रकला, स्लोगन, निबंध प्रतियोगिता सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए। साथ ही उन्हे पुरस्कृत किया जाए। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन जैसे स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जाए ताकि जो लोग मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे हैं तो उनको पकड़ा जा सकें। इसके लिए जीआरपी, आरटीओ, परिवहन विभाग को निर्देशित किया गया।

अपर जिलाधिकारी ने कहा विशेष अभियान चलाकर तस्करी कर रहे लोगों को पकडऩे की कार्रवाई सुनिश्चित करें। जनपद में संचालित नशा मुक्ति केंद्रों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर उन में रह रहे लोगों का वेरिफिकेशन किया जाए और चिन्हित किया जाए कि कोई व्यक्ति नशे के कारोबार में शामिल तो नहीं है। ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देशित किया कि सभी दवा की दुकानों का निरीक्षण करें एवं बगैर लाइसेंस के नारकोटिक्स रखने वाले मेडिकल स्टोरों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। जो लोग रात्रि एवं शाम के समय होम डिलीवरी करते हैं उनकी भी जांच की जानी चाहिए, कहीं खाद्यय पदार्थों सहित अन्य घरेलू सामान की तस्करी के एवज में मादक पदार्थों की तस्करी तो नहीं की जा रही है। इस प्रकार मादक पदार्थों की अवैध तस्करी को रोकने के लिए कोरियर सहित इस प्रकार की सेवाएं प्रदान करने वाले संस्थाओं से समन्वय बनाते हुए उन्हें इस प्रकार के कार्य ना हो इसके लिए जागरूक करने की आवश्यकता है। बैठक में एसीपी भास्कर वर्मा, डॉ. राजवीर सिंह, अजय, ईश्क लाल, संजय, एनसीबी से पूर्णिमा जी.एन., राकेश कुमार, एन.के.वर्मा, अनिरुद्ध कुमार, आबकारी निरीक्षक सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।