यमुना सिटी में नहीं थमेगी विकास की रफ्तार शासन ने यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह का कार्यकाल बढ़ाया

डॉ. अरुणवीर सिंह के सेवा विस्तार नहीं करने के अनुरोध को दरकिनार करते हुए शासन ने उनके कार्यकाल को बढ़ाने का निर्णय लिया है। अरुणवीर सिंह ने शासन के समक्ष इच्छा जताई थी अब उन्हें यमुना प्राधिकरण के सीईओ के पद से कार्यमुक्त होने दिया जाये। लेकिन शासन ने इस बात को नहीं माना। दसअसल यीडा क्षेत्र में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क, राया हेरिटेज सिटी, पॉड टैक्सी, कार्गो एवं लॉजिस्टिक हब सहित कई अन्य महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। इन प्रोजेक्ट्स में कोई अड़ंगा ना लगे और काम तेजी से समय से पूर्ण हो इस बात को ध्यान में रखते हुए डॉ. अरुणवीर सिंह को पद पर बने रहने का आदेश दिया है। सहज एवं सरल व्यक्तित्व के आईएएस अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह के कार्यशाली की उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में खूब चर्चा होती है। बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान ढ़ूढ़ लेने एवं विषम परिस्थितियों में भी बेहतर प्रदर्शन करने की कार्यशैली डॉ. अरुणवीर सिंह को अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से अलग कतार में खड़ा करता है। यमुना प्राधिकरण की स्थिति एक समय बेहद खराब थी और प्राधिकरण को बंद कर इसके मर्जर की बातें होने लगी थी। लेकिन आज यमुना प्राधिकरण उत्तर प्रदेश का नंबर-1 प्राधिकरण है। यमुना प्राधिकरण के इस ट्रांसफार्मेशन (कायाकल्प) का पूरा श्रेय सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह को जाता है।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश शासन ने यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुणवीर सिंह का कार्यकाल बढ़ाने का निर्णय लिया है। शासन से इस बाबत आदेश जारी हो गया है। डॉ. अरुणवीर सिंह यमुना प्राधिकरण के सीईओ के साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के सीईओ भी बने रहेंगे। डॉ. अरुणवीर सिंह का कार्यकाल पिछले सप्ताह समाप्त हुआ था। स्वच्छ ईमानदार छवि, टाइम बाउंड वर्क परफॉर्मेंस, टारगेट अचीवर्स के रूप में डॉ. अरुणवीर सिंह की पहचान है। यही वजह है कि डॉ. अरुणवीर सिंह के सेवा विस्तार नहीं करने के अनुरोध को दरकिनार करते हुए शासन ने कार्यकाल बढ़ाने का निर्णय लिया है। सूत्र बताते हैं कि डॉ. अरुणवीर सिंह ने शासन के समक्ष इच्छा जताई थी अब उन्हें यमुना प्राधिकरण के सीईओ के पद से कार्यमुक्त होने दिया जाये। लेकिन शासन ने इस बात को नहीं माना। दसअसल यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में यीडा क्षेत्र में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क, राया हेरिटेज सिटी, पॉड टैक्सी, कार्गो एवं लॉजिस्टिक हब सहित कई अन्य महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। इन प्रोजेक्ट्स में कोई अड़ंगा ना लगे और काम तेजी से समय से पूर्ण हो इस बात को ध्यान में रखते हुए डॉ. अरुणवीर सिंह को पद पर बने रहने का आदेश दिया है।

सहज एवं सरल व्यक्तित्व के आईएएस अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह के कार्यशाली की उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में खूब चर्चा होती है। बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान ढ़ूढ़ लेने एवं विषम परिस्थितियों में भी बेहतर प्रदर्शन करने की कार्यशैली डॉ. अरुणवीर सिंह को अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से अलग कतार में खड़ी करती है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण किसान आंदोलन से जूा रहे हैं वहीं यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में एयरपोर्ट सरीखे बड़े प्रोजेक्ट पर काम होने और हजाड़ों हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण के बावजूद किसान सरकार से खुश हैं। डॉ. अरुणवीर सिंह की खासियत है कि वह हर व्यक्ति की बातों को सुनते हैं और हर जायज मांग को पूरा करने के साथ जरूरतमंदों की हर संभव मदद करते हैं। फरियादियों के लिए डॉ. अरुणवीर सिंह के कार्यालय का गेट हमेशा खुला रहता है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जिस तेजी से विकास हुआ है और अंतर्राष्ट्रीय शहर बनाने की योजना पर काम चल रहा है इसका पूरा श्रेय डॉ. अरुणवीर सिंह को जाता है। अपनी कार्यशैली की वजह से डॉ. सिंह को उत्तर प्रदेश सरकार, ब्यूरोक्रेसी एवं आम जनता ने डेवलपमेंट मैन, परफार्मिंग एसेट्स, विकास पुरुष सरीखे उपनाम भी दिये हैं।

बंद होने की कगार पर यीडा को बनाया नंबर-1
यमुना प्राधिकरण की स्थिति एक समय बेहद खराब थी और प्राधिकरण को बंद कर इसका किसी अन्य प्राधिकरण के साथ मर्जर करने की बातें होने लगी थी। लेकिन आज यमुना प्राधिकरण उत्तर प्रदेश का नंबर-1 प्राधिकरण है। यमुना प्राधिकरण के इस ट्रांसफॉर्मेशन (कायाकल्प) का पूरा श्रेय सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह को जाता है। डॉ. अरुणवीर सिंह ने वर्ष 2016 में जब यमुना प्राधिकरण के सीईओ का चार्ज संभाला तब उन्हें विरासत में 3800 करोड़ का कर्ज (लोन) और 642 करोड़ की शुद्ध हानि वाली खस्ताहाल व्यवस्था मिली। बैंकों ने कर्ज देना भी बंद कर दिया था। चुनौती को स्वीकारते हुए डॉ. अरुणवीर सिंह ने धीरे-धीरे कमजोर पहलुओं पर काम करते हुए कुशल प्रबंधन के जरिये यमुना प्राधिकरण को सबसे मजबूत प्राधिकरण के रूप में स्थापित किया। आज यमुना प्राधिकरण क्षेत्र उद्यमियों और निवेशकों के लिए निवेश के लिहाज से सबसे पसंदीदा क्षेत्र बन गया। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में सबसे अधिक निवेश का एमओयू साइन करने का रिकार्ड यमुना प्राधिकरण के नाम दर्ज हुआ है। सीईओ का चार्ज संभालने के बाद डॉ. अरुणवीर सिंह ने प्राधिकरण की ब्रांडिंग, मार्केटिंग स्ट्रेजी, मांग के अनुरूप जमीन की खरीद, फाइनेंशियल कंट्रोल, फिजूलखर्ची पर रोक, इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर जोर दिया। उनकी कार्यशैली का असर एक वर्ष के दौरान ही दिखाई देने लगा। वर्ष 2017 में प्राधिकरण का घाटा घटकर 165 करोड़ रुपये रह गया। वर्ष 2018 में नेट लॉस घटकर 1 करोड़ 38 लाख हो गया। वर्ष 2019 में यमुना प्राधिकरण ने पहली बार लाभ वाला बैलेंसशीट पेश किया। इस वर्ष प्राधिकरण को 141 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। वर्ष 2020 में शुद्ध लाभ 142 करोड़ ही रहा, लेकिन इस वर्ष प्राधिकरण ने कई पुराने कर्ज को चुकता किया। पिछले वित्त वर्ष में यीडा ने 460 करोड़ का लाभ कमाया। जल्द ही यमुना प्राधिकरण पूरी तरह से कर्ज मुक्त प्राधिकरण बन जाएगा।

क्षेत्रफल में यमुना प्राधिकरण बना विश्व में नंबर-1
यमुना प्राधिकरण विश्व का सबसे बड़ा औद्योगिक विकास प्राधिकरण बन गया है। यमुना सिटी के कुल एरिया की लंबाई और चौराई की बात करें तो यह लगभग 185 किलोमीटर लंबी और 12 किलोमीटर चौड़ी पट्टी है। यह क्षेत्रफल विश्व के किसी भी औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के रकबे से अधिक है। अभी तक साउदी अरब के जुबैल इंडस्ट्रीयल सिटी को सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र माना जाता है। सबसे बड़े औद्योगिक सिटी की लिस्ट में दूसरे नंबर पर कनाडा के अल्बर्ट इंडस्ट्रीयल हर्टलैंड और तीसरे नंबर पर अमेरिका के तेहो रेनो इंडस्ट्रियल सेंटर का नाम आता है। साउदी अरब के जुबैल इंडस्ट्रीयल सिटी का क्षेत्रफल लगभग 920 स्क्वायर किलोमीटर है। लगभग 3000 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण विश्व का सबसे बड़ा प्राधिकरण बन गया है। यमुना प्राधिकरण के क्षेत्रफल का यह विस्तार डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में हुआ है।

डॉ. अरुणवीर के प्रयासों का परिणाम है इंटरनेशनल एयरपोर्ट
जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेगा इस बात को लेकर किसी को भरोसा नहीं था। लेकिन डॉ. अरुणवीर सिंह की कड़ी मेहनत और एयरपोर्ट निर्माण की जिद्द का परिणाम आज सबके सामने है। जेवर में बनाए जा रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की स्थापना में डॉक्टर अरुणवीर सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को परवान चढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ. अरुणवीर सिंह पर भरोसा जताया है। अगले वर्ष एयरपोर्ट का उद्घाटन होगा और व्यवसायिक वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी।