राजस्व वसूली में नहीं होनी चाहिए कोई लापरवाही: रजनीश दुबे

-अपने दायित्वों का करें निर्वहन, ईमानदारी से करें काम करने के दिए निर्देश
-राजस्व परिषद के चेयरमैन ने की अधिकारियों के साथ राजस्व संबंधी मामलों की समीक्षा

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के चेयरमैन रजनीश दुबे ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राजस्व की शत-प्रतिशत होनी चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाए। बुधवार को राजस्व परिषद के चेयरमैन रजनीश दुबे कलेक्ट्रेट में पहुंचे। कलेक्ट्रेट में पहुंचने पर चेयरमैन रजनीश दुबे को पुलिसकर्मियों ने गार्ड ऑफ ऑनर किया। वहीं, जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया। कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में राजस्व परिषद के चेयरमैन रजनीश दुबे ने मेरठ मंडल की मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे, जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह, जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स, नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक, सीडीओ अभिनव गोपाल, एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह, एडीएम सिटी गंभीर सिंह, एडीएफ  वित्त एवं राजस्व सौरभ भट्ट, एडीएम भू-अर्जन शैलेन्द्र कुमार, एसडीएम सदर अरुण दीक्षित, एसडीएम लोनी निखिल चक्रवर्ती, अपर नगर मजिस्ट्रेट चंद्रेश कुमार, सदर तहसीलदार रवि सिंह  आदि अधिकारियों के साथ राजस्व संबंधी मामलों की समीक्षा बैठक की। उन्होंने जिले में कार्यों को लेकर जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को और अधिक अपडेट रहने के निर्देश दिए। चेयरमैन रजनीश दुबे ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि  किसी भी पद पर पदासीन अधिकारी को उनके मौलिक अधिकारों एवं पावर की पूरी जानकारी होनी चाहिए। उन्हें पता होना चाहिए कि उन्हें भिन्न-भिन्न परिस्थितियों में किसी प्रकार अपने कार्य को नियमानुसार पूर्ण करना है। ऑनलाइन कार्य प्रणाली की पूर्ण जानकारी ली।

उन्होंने जिले में राजस्व अधिकारियों द्वारा कितनी राजस्व वसूली की गई और कितना राजस्व बकाया है। इसकी भी जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को ऑनलाइन अपडेटिंग की कार्रवाई को भी विस्तार से जाना। ई-खसरा, खतौनी सहित अन्य को जाना। जिले में राजस्व कार्य संतोषजनक माना। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को अपडेट होने की आवश्यकता हैं। नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक ने नगर निगम में लेखपाल तैनात करने की मांग की। चेयरमैन ने माना कि जिले की तीनों तहसीलों में मॉडर्न रिकॉर्ड रूम हैं। इसके बाद राजस्व परिषद के चेयरमैन रजनीश दुबे मोदीनगर तहसील का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। उन्होंने मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे., जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह,सीडीओ अभिनव गोपाल, एसडीएम मोदीनगर डॉ. पूजा गुप्ता, एडीएम प्रशासन रणविजय सिंह, एडीएम वित्त एवं राजस्व सौरभ भट्ट, एसडीएम न्यायिक राजेन्द्र शुक्ला, तहसीलदार व राजस्व विभाग के अधिकारी की मौजूदगी में तहसील में फाइलों, साफ-सफाई, न्यायालयों, रिकॉर्ड रूम व राजस्व हवालात, नजारत, रजिस्ट्रार, कानूनगो आदि का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। चेयरमैन ने सभी फाइलों के रिकॉर्ड को दिए गए समय अनुसार ऑनलाइन अपडेट करने के निर्देश दिए। उन्होंने खतौनी की नकल निकलवाने के लिए आए लोगों से भी वार्ता की। उनका कार्य समय पर हो पाता है या नहीं, एक व्यक्ति सतेन्द्र ने कहा कि वह 15 मिनट पहले लाईन में लगा था और अब उसे खतौनी की नकल मिल गई हैं।

पूछने पर अध्यक्ष ने पाया कि सभी का कहना यहीं था।  10 से 20 मिनट में सभी के कार्य हो जाते हैं। इंटरनेट व सर्वर की समस्या बताई गई। कर्मचारियों ने कहा कि इंटरनेट और सर्वर डाउन की वजह से कार्य नहीं हो पाता है। चेयरमैन ने इस मामले का जल्द समाधान करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद रिकार्ड रूम में फाइलों की जांच करते हुए नजारत में पहुंचे बकाएदारों के रजिस्टर चेक किए। उन्होंने निरीक्षण करते हुए कार्यालय छोटा हो या बड़ा। लेकिन साफ-सफाई व स्वच्छता होना जरूरी हैं। स्वच्छ माहौल में ही सकारात्मक सोच का विकास होता हैं। तहसील में जनता आती है और कई बार उन्हें अपने कार्य के पूरा कराने के लिए काफी समय का तक इंतजार करना पड़ता है। इस दौरान उन्हें किसी असुविधा का सामना ना करना पड़ें।

इसके लिए उनके बैठने की व्यवस्था, पानी, शौचालय आदि की सुविधाऐं होनी चाहिए। गर्मियों में सीमेंट से बनाई गई बैठने की बैंच गर्म हो जाती हैं इनकी जगह पर लकडिय़ों की बैंच लगाने के निर्देश दिए। गर्मी में पंखों एवं विद्युत की पूर्ण व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी कानूनगो, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, एसडीएम सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी को हिदायत देते हुए कहा कि कार्य नियमानुसार समय पर पूर्ण किया जाना चाहिए, यदि ऐसा नहीं पाया जाता हैं तो उनके खिलाफ  कार्रवाई की जा सकती है। पद की गरिमा को समझते हुए अपने दायित्वों का पूर्ण ईमानदारी एवं जिम्मेदारी के साथ निवर्हन करें। इसके बाद वह नोएडा के लिए प्रस्थान कर गए।