आपात स्थिति में भी जेवर एयरपोर्ट पर नहीं होगी पानी की कोई कमी एयरपोर्ट परियोजना में बनाये जाएंगे दो रेनीवेल

एयरपोर्ट परियोजना में दो रेनीवेल बनाये जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) द्वारा जेवर एयरपोर्ट के लिए पानी आपूर्ति के लिए भेजे गए प्रस्ताव में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। जेवर एयरपोर्ट को अत्याधुनिक बनाने के साथ ही मूलभूत सुविधाओं से जुड़ी हर बिंदुओं पर ध्यान दिया जा रहा है। आपात स्थिति में एयरपोर्ट पर पानी की कोई समस्या ना हो। इसको लेकर एयरपोर्ट परियोजना में दो रेनीवेल बनाये जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) द्वारा जेवर एयरपोर्ट के लिए पानी आपूर्ति के लिए भेजे गए प्रस्ताव में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
जेवर एयरपोर्ट को पानी की पर्याप्त आपूर्ति करने के लिए कार्ययोजना बन गई है। एयरपोर्ट के पास से जेवर रजवाहा निकलता है। इसी रजवाहे से दयानतपुर माइनर निकलती है जो एयरपोर्ट के पास गुजरती है। इससे एयरपोर्ट को पानी आपूर्ति की जाएगी। इसके लिए रेगुलेटर बना दिया गया है। इससे करीब 4.5 एमएलडी पानी रोजाना मिलेगा। इस रजवाहे से किसानों को भी पानी दिया जाता है। सिंचाई विभाग ने महीने में 15 दिन पानी देने की बात कही है। हर साल गंग नहर की सफाई होती है। इसके चलते एक महीने नहर बंद रहती है। ऐसे समय में पानी की आपूर्ति के लिए रेनीवेल बनाए जाएंगे। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। अब शासन ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। शासन की ओर विशेष सचिव कुमार हर्ष ने कहा कि परियोजना में फलैदा बांगर से एयरपोर्ट तक लाइन बिछाई जानी है। इसके लिए 6.71 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। इसका एस्टीमेट नहीं दिया गया है। यह लाइन बल्लभगढ़ से यमुना एक्सप्रेसवे तक आने वाली ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बराबर आनी हैं। इसलिए एनएचएआई से एनओसी चाहिए। दो बूस्टिंग पंप लगाने के लिए एक करोड़ रुपये मांगे गए हैं। इन सभी की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। एयरपोर्ट के नोडल अधिकारी ने बताया था कि रेनीवेल के लिए जामिया विश्वविद्यालय से अध्ययन करवाया गया है। लेकिन इसकी डीपीआर नहीं बनवाई गई है। परियोजना में दो रेनीवेल बनाए जाने हैं। इसका इन्जेक्शन वेल, हाइड्रोलिक डिजाइन, वाटर डिस्पोजल, डिजिटल मॉनिटरिंग डिवाइस, फील्ड मॉनिटरिंग डिवाइस की दरें नहीं दी गई हैं।