ठेकेदारों के खेल को नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने किया फेल नगर निगम को होगा लगभग 10 करोड़ का लाभ

नगर आयुक्त ने निर्माण विभाग के टेंडर को निरस्त कर नये सिरे से टेंडर कराने का आदेश दिया है। नगर आयुक्त के इस आदेश से शातिर ठेकेदारों में खलबली मची हुई है। ठेकेदारों द्वारा हर तरीके से प्रयास किया गया कि टेंडर निरस्त ना किये जाये। लेकिन नगर आयुक्त की सख्ती के आगे ठेकेदारों की एक नहीं चली।

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। गाजियाबाद नगर निगम के शातिर ठेकेदारों पर नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने जोर का हंटर धीरे से चलाया है। नगर आयुक्त ने निर्माण विभाग के टेंडर को निरस्त कर नये सिरे से टेंडर कराने का आदेश दिया है। नगर आयुक्त के इस आदेश से शातिर ठेकेदारों में खलबली मची हुई है। ठेकेदारों द्वारा हर तरीके से प्रयास किया गया कि टेंडर निरस्त ना किये जाये। लेकिन नगर आयुक्त की सख्ती के आगे ठेकेदारों की एक नहीं चली। चीफ इंजीनियर एनके चौधरी ने बताया कि टेंडर की जब फाइनैंसियल बिड खोली गई तो रेट देखकर स्पष्ट लग रहा था कि कहीं कुछ गड़बड़ी है। नगर आयुक्त को पूरे मामले की जानकारी दी गई। टेंडर को निरस्त करते हुए नये सिरे से टेंडर कराया जा रहा है। नगर आयुक्त के इस कदम से नगर निगम को लगभग 10 करोड़ रुपये का फायदा होगा।

गाजियाबाद नगर निगम में 15वें वित्त आयोग निधि के तहत निर्माण विभाग में 36 करोड़ रुपये का विकास कार्य कराया जाना था। इसके लिए जनवरी 2023 में 26 कामों के टेंडर निकाले गये। टेंडर में ठेकेदारों ने 25 से 30 प्रतिशत विलो रेट पर टेंडर डाले। टेंडर प्रक्रिया में कई ऐसे ठेकेदारों ने प्रतिभाग किया। जिनके पास अनुभव नहीं था। इन खामियों के दृष्टिगत टेंडर को निरस्त कर दिया गया। नगर निकाय चुनाव के कारण आचार संहिता लग जाने के कारण टेंडर नहीं लग सका। आचार संहिता खत्म होने के बाद मई में दोबार टेंडर निकाला गया। इस बार नगर निगम के शातिर ठेकेदारों ने टेंडर पूल कर लिया। ठेकेदारों ने गोपनीय बैठक की और सभी टेंडर महज 1 प्रतिशत से लेकर 4 प्रतिशत विलो रेट पर डाले। ठेकेदारों ने टेंडर पुल कर लिया। टेंडर की जब फाईनैंशियल बिड खोली गई तो ठेकेदारों के शातिराना हरकत का पता चला। चीफ इंजीनियर एनके चौधरी ने नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ को ठेकेदारों के इस शातिराना हरकत के बारे में जानकारी दी। पूरे मामले की विस्तार से जानकारी लेने के बाद नगर आयुक्त ने सख्त कदम उठाते हुए टेंडर निरस्त कर दिया। चीफ इंजीनियर ने बताया कि टेंडर कराने का उद्देश्य निष्पक्ष और पारदर्शी कंप्टीशन को बढ़ावा देना है। जल्द ही नये सिरे से विकास कार्यों के टेंडर निकाले जाएंगे।