चीन चौकन्ना : अमेरिकी विदेशी मंत्री भारत में

टू प्लस टू वार्ता के जरिए होंगे महत्वपूर्ण समझौते

नई दिल्ली। अमेरिकी विदेशी मंत्री माइक पॉम्पियो सोमवार को भारत पहुंच गए। भारत के साथ टू प्लस टू वार्ता के लिए वह आए हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर भी आने वाले हैं। टू प्लस टू वार्ता के दरम्यान भारत और अमेरिका के मध्य अह्म सैन्य समझौते भी होने हैं। इसके अलावा चीन के खिलाफ रणनीति तैयार की जाएगी। दक्षिण एशिया खासकर पूर्वी लद्दाख में चीन का आक्रामक रवैया किसी से छुपा नहीं है। इसके चलते भारत व अमेरिका के साथ भी चीन की तनातनी चल रही है। लद्दाख में भारत की भूमि पर कब्जा करने की कोशिश में ड्रैगन जुटा है। ऐसे में भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू वार्ता कई मायनों में अह्म है। इसी सिलसिले में अमेरिकी विदेशी मंत्री माइक पॉम्पियो सोमवार को भारत आ गए। नई दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अमेरिकी विदेशी मंत्री पॉम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर की वार्ता होनी है। इस दरम्यान कुछ महत्वपूर्ण सैन्य समझौते भी होंगे। बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट फॉर जियोस्पेशियल कोऑपरेशन पर भी सहमति बनने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टू प्लस टू का फार्मूला दिया था। इस फार्मूले के तहत यह वार्ता होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2017 में पहली मुलाकात की थी। तब इस वार्ता की घोषणा की गई थी। सितंबर 2018 में नई दिल्ली में इस बैठक का पहला संस्करण कराया गया था। इसके बाद पिछले साल दिसंबर में वॉशिंगटन में दूसरी बार वार्ता हुई थी। इस बैठक का फार्मेट जापान से निकला है, जिसका मकसद 2 देशों के मध्य रक्षा सहयोग के लिए उच्च स्तरीय राजनयिक और राजनीतिक बातचीत को सुविधाजनक बनाना है। अमेरिका और भारत की इस शीर्ष स्तरीय वार्ता पर खासकर चीन और पाकिस्तान की पैनी नजर है।