… नगर पालिका चेयरमैन के खिलाफ दिखा जबरदस्त जनाक्रोश

केंद्रीय मंत्री से पीड़ितों ने पूछे चुभते सवाल
जिम्मेदारी से कब तक बचेंगे विकास तेवतिया ?

गाजियाबाद। नगर पालिका परिषद मुरादनगर के चेयरमैन विकास तेवतिया के खिलाफ जनाक्रोश बढ़ रहा है। श्मशान घाट हादसे पर अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से पल्ला झाड़ चुके चेयरमैन तेवतिया पर कार्रवाई की मांग उठने लगी है। इसके बावजूद सरकारी तंत्र खामोश है। मुरादनगर में पीड़ित परिवारों को बुधवार को आर्थिक सहायता राशि के चैक बांटने गए केंद्रीय मंत्री एवं सांसद वीके सिंह के समक्ष भी चेयरमैन से जुड़े सवाल उठाए गए, मगर उन्होंने भी कोई ठोस जवाब देने की बजाए प्रकरण की जांच और समय का इंतजार करने की बात कहकर चुप्पी साध ली। मुरादनगर थानांतर्गत उखलारसी श्मशान घाट में गत 3 जनवरी की सुबह करीब 11 बजे मौत का लैंटर ढहने से 24 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी। इस ह्दयविदारक हादसे के समय नगर पालिका परिषद मुरादनगर के चेयरमैन विकास तेवतिया शहर से बाहर थे। वह निजी कार्य के सिलसिले में राजकोट (गुजरात) गए थे। हादसे की जानकारी मिलने के बाद चेयरमैन साहब आनन-फानन में गुजरात से गाजियाबाद लौट आए थे। इस बीच उन्होंने सीधे मुरादनगर जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने की बजाए मीडिया के समक्ष अपना पक्ष रखना जरूरी समझा था। पत्रकारों से बातचीत में चेयरमैन तेवतिया ने हादसे पर दुख जाहिर कर अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से पल्ला झाड़ लिया था। उन्होंने कहा था कि वह दोषी नहीं हैं, मगर यदि कोई जांच होती है तो उसका सामना करने को तैयार हैं। चेयरमैन ने प्रत्येक पीड़ित परिवार के घर जाकर मुलाकात करने और पालिका परिषद से उन्हें हरसंभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया था। साथ ही पालिका परिषद में किसी प्रकार के भ्रष्टाचार की बात से साफ इंकार किया था। हालाकि चेयरमैन की दोनों बातें झूठी साबित हो चुकी हैं। ना वह बुधवार तक पीड़ित परिवारों के बीच पहुंचे थे और ना पालिका परिषद में पारदर्शिता नजर आई। गिरफ्तारी के बाद ठेकेदार अजय त्यागी ने जिस तरह से पालिका परिषद के भ्रष्टाचार की पोल खोली थी, वह चेयरमैन विकास तेवतिया के दावों को झूठलाने के लिए काफी है। उधर, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने बुधवार को मुरादनगर जाकर मृतक आश्रितों के 14 परिवारों को आर्थिक सहायता राशि के चैक प्रदान किए थे। ऐसे में जगह-जगह नागरिकों ने केंद्रीय मंत्री से यह सवाल पूछा था कि चेयरमैन विकास तेवतिया के खिलाफ कार्रवाई कब की जाएगी। उन्होंने इस सवाल का जवाब यह दिया कि प्रकरण की जांच और समय का इंतजार कीजिए, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगी। आरोपी ठेकेदार अजय त्यागी ने अपने बयान में भी कहा कि उसने अधिशासी अधिकारी को घूस के रूप में 16 लाख रुपए दिए थे। जो कि अधिशासी अधिकारी और उनके  ऊपर के लोगों में  बटवारा हुआ। इसी सवाल के जवाब तलाशने की जरूरत है कि अधिशासी अधिकारी से ऊपर कौन-कौन लोग थे जिसके इशारे पर अधिशासी अधिकारी नाचता था। माना जा रहा है कि श्मशान घाट हादसे में दोषी लोगों को बचाने के लिए सरकारी मशीनरी से लेकर सत्ता तक में कुछ ताकतें जुटी हैं। पूरी जांच को भटकाने की कोशिश हो रही। मुरादनगर नगर पालिका में जिस तरह का भ्रष्टाचार का खेल हुआ है उसकेेेेेेेेे हर चेहरे को बेनकाब करनेे की पीड़ित परिवारों द्वारा की जा रही है।