मांगों को लेकर 17 किसानों ने ली जिंदा समाधि

-समाधि लेने के बाद प्रशासन में मचा हड़कंप

गाजियाबाद। दो दिसंबर-2016 से लोनी में आवास एवं विकास परिषद की मंडोला विहार योजना से अधिग्रहित भूमि का पर्याप्त मुआवजा न मिलने से नाराज 17 किसानों ने लोनी क्षेत्र में जीवित समाधि ले ली। मांग पूरी होने तक उन्होंने समाधि स्थल को नहीं छोडऩे का ऐलान किया है। बुधवार को सुबह करीब 9 बजे किसान धरना स्थल पर पहुंंचे उसके बाद किसान नेता मनवीर तेवतिया के नेतृत्व में किसान जिंदा समाधि लेने लगें। किसानों के जिंदा समाधि लेने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। किसानों के जिंदा समाधि लेने के बाद उन्होंने कहा कि प्रशासन के अधिकारी आकर हम पर मिट्टी डाल दें।

इस मामले में अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु सुहास का कहना है कि किसान कहते कुछ ओर है जबकि करते कुछ ओर है। किसानों से मंगलवार को हुई वार्ता के बाद इन्होंने ज्ञापन में आवास एवं विकास परिषद की मंडोला विहार योजना का बढ़ा हुआ मुआवजा के अलावा कृषि कानूनों को निरस्त करने समेत कई मांगों से संंबंधित ज्ञापन सौंपा है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के साथ हालांकि आज 11 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में किसानों के साथ बैठक प्रस्तावित की गई हैं। किसान नेता मनवीर तेवतिया के नेतृत्व में 17 किसानों द्वारा गड्ढ़े खोदकर ली गई समाधि के के चलते किसानों ने कहा कि प्रदर्शन के बाद भी जब प्रशासन ने उनकी कोई मांग नहीं मानी तो अब किसान जिंदा समाधि लेने पर उतर आए हैं।दो दिसंबर 2016 से धरना प्रदर्शन करते आ रहे हैं। बुधवार को मंडोला समेत छह गांव के 17 किसानों ने किसान नेता मनवीर तेवतिया के नेतृत्व में धरनास्थल आवास एवं विकास कार्यालय के सामने जिंदा समाधि ली।

किसानों ने 10 दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एसडीएम लोनी शुभांगी शुक्ला को ज्ञापन सौंपकर किसानों की मांग पूरी करने की चेतावनी दी थी। किसानों ने 14 सितंबर तक प्रशासन को समय दिया था। मंगलवार को एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास एवं एसडीएम शुभांगी शुक्ला समेत अधिकारियों ने किसानों के साथ बैठक कर समाधि नहीं लेने का आश्वासन दिया था। किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों का प्रस्ताव ठुकरा दिया। किसान नेता नीरज त्यागी का कहना है कि करीब 5 साल से कई बार वार्ता हो चुकी है,लेकिन किसानों का समाधान नहीं हुआ है। समाधि लेने के दौरान पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची।जिंदा समाधि लेने वाले इन किसानों में मनवीर तेवतिया,प्रवेश त्यागी पुत्र जयराम त्यागी,मोनू त्यागी पुत्र रविंद्र त्यागी,बॉबी त्यागी पुत्र रतीराम, रामनरेश पुत्र ओमकार, बृजेश कुमार पुत्र वेद प्रकाश त्यागी, नीरज त्यागी पुत्र तेज सिंह, अमित त्यागी पुत्र सतपाल सिंह,मास्टर महेंद्र पुत्र धर्मवीर,मंगू राम पुत्र हरिराम, शहाबुद्दीन पुत्र भूरे लाल,आरडी त्यागी पुत्र रामनिवास, योगेश पुत्र रिछा,लक्ष्मण सिंह पुत्र नैन सिंह निवासी गांव पंचलोक ने जिंदा समाधि ली।

एडीएम प्रशासन ऋतुु सुहास एवं लोनी एसडीएम शुभांगी शुक्ला, सीओ अतुल कुमार सोनकर आदि अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों से वार्ता कर समाधि स्थल से उठने को कहा। मगर किसान नहीं मानें। मंडोला विहार योजना के लिए मंडवाला समेत छह गांव की भूमि अधिग्रहण की गई थी। किसानों का आरोप है कि उन्हें निम्न दर पर मुआवजा दिया गया है। उचित मुआवजे की मांग को लेकर मंडोला समय 6 गांव के किसान पिछले साढे 4 साल से धरने पर बैठे थे। किसानों का आरोप है जी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उनकी बात को शासन स्तर तक नहीं पहुंचाया गया जिससे उनकी समस्या का हल नहीं हो सका।