कांवड़ यात्रा से आबकारी विभाग को 18 करोड़ की चोट, राजस्व में भारी कमी

गाजियाबाद। जनपद में कांवड़ यात्रा के दौरान आबकारी विभाग को राजस्व का भारी नुकसान उठाना पड़ा है। ऐसे में करीब 18 करोड़ रुपए कम आय हुई है। राजस्व में गिरावट का सर्वाधिक असर 20 से 26 जुलाई के बीच रहा है। इस अवधि में प्रतिदिन तीन करोड़ की बजाए सिर्फ डेढ़ करोड़ रुपए का राजस्व आबकारी विभाग को मिल पाया। राजस्व घाटे की पूर्ति के लिए विभाग को अब ज्यादा मशक्कत करनी पड़ रही है। दिल्ली में शराब के दाम कम होने और मुफ्त का ऑफर चलने के कारण गाजियाबाद में आबकारी विभाग पहले से परेशान है। दिल्ली में सस्ती और मुफ्त की शराब मिलने से गाजियाबाद में शराब के शौकिनों ने राजधानी का रूख करने में दिलचस्पी दिखाई है। इसके अलावा शराब तस्करों की भी सक्रियता को बढ़ावा मिला। इसके मद्देनजर आबकारी विभाग को ठोस रणनीति बनाकर ताबड़तोड़ कार्यवाही करनी पड़ी। नतीजा यह रहा है कि दिल्ली की शराब के चक्कर में कई तस्कर और शौकिन आज जेल की हवा खाने को मजबूर हैं। सैकड़ों की संख्या में वाहन भी सीज किए जा चुके हैं। दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर आज भी आबकारी विभाग को पैनी नजर रखनी पड़ रही है।

दिल्ली संकट से निपटने की जद्दोजहद के बीच आबकारी विभाग को श्रावण शिवरात्रि और कांवड़ यात्रा की वजह से राजस्व का भारी घाटा उठाना पड़ गया है। कांवड़ यात्रा के दौरान जिलेभर में शराब की बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की गई। इससे आमदनी पर प्रतिकूल असर पड़ा। कांवड़ यात्रा में आबकारी विभाग को लगभग 18 करोड़ रुपए राजस्व का नुकसान हुआ है। घाटे की पूर्ति के लिए अब नए सिरे से प्रयास आरंभ किए गए हैं। कांवड़ यात्रा को देखकर आबकारी विभाग ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर 16 जुलाई से सभी लाइसेंसी अंग्रेजी, देशी शराब, बीयर, मॉडल शॉप एवं भांग की कुल 162 दुकानों को रंग-बिरंगें पर्दों से कवर करा दिया था। इन दुकानों के बाहर जाम न छलकाए जा सकें, इसका भी ख्याल रखा गया था। आबकारी विभाग का कहना है कि 20 से 26 जुलाई के मध्य राजस्व में सबसे ज्यादा कमी आई है। इस अवधि में प्रतिदिन औसतन तीन करोड़ की बजाए महज डेढ़ करोड़ रुपए राजस्व आय हो पाई है। जिलेभर में विदेशी एवं देशी शराब के अलावा बीयर, मॉडल शॉप को मिलाकर कुल 509 दुकानों पर भी बिक्री में गिरावट आई।

राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि श्रावण शिवरात्रि एवं कांवड़ यात्रा की अवधि में आबकारी विभाग का राजस्व घटा है। कांवड़ यात्रा मार्ग पर शराब की दुकानों को बंद नहीं कराया गया था। इसके बाद भी बिक्री में कमी आई। यात्रा अवधि में करीब 18 करोड़ रुपए कम राजस्व मिला है। नुकसान की भरपाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। शराब तस्करों के खिलाफ अभियान जारी है। दिल्ली से शराब लेकर आने वालों पर भी नजर रखी जा रही है।