अर्पित चड्ढा प्राइड ऑफ इंडिया सम्मान से हुए सम्मन्नित

-शिक्षा, स्वाथ्य एवं समाज के वंचित वर्ग के उत्थान के लिए आईटीएस सदैव अग्रणी

गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित आईटीएस दि एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को देश में प्रतिष्ठित संस्थान एमएस टाल्क द्वारा प्राइड ऑफ इंडिया के सम्मान से नवाजा गया। अर्पित चड्ढा को यह सम्मान उनके शिक्षा, स्वाथ्य एवं समाज के वंचित वर्ग के उत्थान के प्रयासों को लेकर किया गया। एमएस टाल्क सस्था के अंतर्राष्ट्रीय स्पीकिंग चैंपियनशिप- 2021 के मौके पर गुरुग्राम के होटल लेमन ट्री में आयोजित कार्यक्रम में प्रदान किया गया। एमएस टाल्क के फाउंडर एवं सीईओ ऑथर शैरी ने अर्पित चड्ढा के कार्यों, योगदान एवं प्रयासों की सराहना करते हुए कहा की गत कई वर्षों से लगातार उन्होंने श्री चड्ढा के योगदान को देखा है तथा विशेष रूप से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में जहा स्वस्थ्य सुविधाओं का बहुत अभाव है, उन क्षेत्रों में जिस प्रकार से आईटीएस ग्रुप ने कार्य किया है। वह अन्य लोगों के लिए अनुकरणीय एवं एक प्रेरणा का श्रोत है। अर्पित चड्डा ने कहा की एक जिम्मेदार शिक्षण संस्थान के रूप में वह अपने उत्तरदायित्यों को अच्छी प्रकार समझते हैं एवं समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े एवं वंचित वर्ग के लिए संस्था ने अपने स्थापना काल से ही सबके लिए शिक्षा एवं स्वास्थ्य (पढाई और दवाई) के मिशन पर कार्य कर रहा है। उन्होंने देश के सभी सक्षम लोगों से आगे आकर अपने स्तर पर कार्य करने एवं योगदान तथा इस प्रयास में जुडऩे की आवश्यकता पर बल दिया जिससे अंत्योदय के सिद्धांत को सही रूप में प्राप्त किया जा सके। उन्होंने बालिकाओं की शिक्षा के लिए अत्यधिक शिक्षा के अवसर सृजित करने एवं उन्हें प्रोत्साहित करने की आवयश्कता पर भी बल दिया एवं कहा की देश की विकास की कल्पना बिना 50त्न हिस्से की शिक्षा तथा विकास के कभी प्राप्त नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा इसी बात को ध्यान में रखते हुए आईटीएस ग्रुप द्वारा लगभग 10 वर्ष पूर्व चड्ढा पब्लिक स्कूल की स्थापना की गयी एवं उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा की आज लगभग 500 से भी गरीब परिवारों की बालिकाएं इस स्कूल में पूर्ण रूप से नि:शुल्क शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। जिसमें उनके रहने, खाने, शिक्षा सामग्री, किताबें सब कुछ संस्था द्वारा निशुल्क प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने प्रतियोगिता में भाग ले रहे पुणे निवासी एक 13 वर्षीय किशोर मोहम्मद अनस, जो आर्थिक रूप से सम्पन्न न होते हुए भी अपनी लगन से अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचा, उसे आईटीएस मोहन नगर में बीबीए एवं बीसीए पाठ्यक्रम में पूर्ण रूप से नि: शुल्क प्रवेश एवं पूरी शिक्षा प्रदान करने की घोषणा की।