विधान सभा चुनाव: कांग्रेस ने 3 उम्मीदवारों की घोषणा की

-गाजियाबाद शहर से सुशांत गोयल, मुरादनगर से बिजेन्द्र यादव और लोनी यामीन मलिक पर पार्टी ने खेला दांव

गाजियाबाद। जनपद में आसन्न विधान सभा चुनाव के चलते कांग्रेस ने 5 में से 3 सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। गाजियाबाद शहर, लोनी और मुरादनगर सीट के लिए कांग्रेस ने प्रत्याशी तय कर दिए हैं। तीनों विस क्षेत्र से क्रमश: सुशांत गोयल, यामीन मलिक और बिजेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया गया है। सुशांत गोयल पूर्व सांसद स्व. सुरेंद्र प्रकाश गोयल के पुत्र हैं। जबकि बिजेंद्र यादव वर्तमान में कांग्रेस जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी सुशांत गोयल ने कहा कि पार्टी ने हर पहलू पर सोच समझकर प्रत्याशियों की सूची जारी की है। हम चुनाव में जीत के लिए मैदान में उतरेंगे। कांग्रेस ने फिलहाल साहिबाबाद और मोदीनगर सीट को होल्ड पर रखा है।
माना जा रहा है कि पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा दिए गए स्लोगन लड़की हूं लड़ सकती हूं की तर्ज पर दोनों सीटों पर महिला प्रत्याशी को उतारा जा सकता है।

वहींं, बिजेंद्र यादव का कहना है कि वह पिछले दो वर्षों से लगातार जनहित के मुद्दों पर संघर्ष कर रहे हैं। मुरादनगर में पार्टी ने उन पर भरोसा दिखाया है। वह पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं। वहीं, लोनी से यामीन मलिक लगातार जन समस्याओं को लेकर संघर्षशील रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही साहिबाबाद और मोदीनगर सीट पर भी पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा हो जाएगी। पिछले विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में थी। दोनों दलों ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। इस कारण इन तीनों विधानसभा सीट में से कांग्रेस के हिस्से में शहर सदर और मुरादनगर सीट आई थी। जबकि सपा के खाते में लोनी सीट गई थी। कांग्रेस ने शहर सदर सीट से पूर्व विधायक केके शर्मा को मैदान में उतारा था। जबकि मुरादनगर सीट से पूर्व सांसद सुरेंद्र प्रकाश गोयल पर भरोसा जाताया था। लेकिन यह दोनों प्रत्याशी कुछ खास नहीं कर सके और तीसरे नंबर से ही इन्हें संतोष करना पड़ा। उस वक्त शहर सीट से चुनाव लड़ रहे केके शर्मा को कुल 39, 648 वोट मिले थे जबकि मुरादनगर सीट पर सुरेंद्र प्रकाश गोयल को कुल 49,989 मत मिले थे।

शहर सदर सीट से प्रत्याशी बनाए गए सुशांत गोयल दिग्गज कांग्रेसी व पूर्व सांसद स्वर्गीय सुरेंद्र प्रकाश गोयल के पुत्र हैं। सुरेंद्र प्रकाश गोयल 1989 से राजनीति में सक्रिय थे। 1989 में सभासद बनकर वह सिटी बोडज़् के चेयरमैन बने। फिर 1995 व 2000 में मेयर का चुनाव लड़ा, लेकिन हार का मुंह देखना पड़ा। इसके बाद 2002 मे कांग्रेस के टिकट पर वह विधानसभा चुनाव जीते। 2004 में वह कांग्रेस से सांसद चुने गए। हालांकि 2009 में भाजपा ने राजनाथ सिंह को उतारकर उनकी राजनीति पर ब्रेक लगा दिया। लेकिन कांग्रेस के वह सक्रिय नेता रहे हैं और राजीव गांधी से लेकर राहुल गांधी तक उनकी नजदीकियां रही थीं। कोरोना की दूसरी लहर में उनकी मृत्यु होने के बाद पार्टी ने उनके पुत्र सुशांत गोयल पर विश्वास जताते हुए चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने मुरादनगर सीट से अपने जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव को चुनावी मैदान में उतारा है। बिजेंद्र यादव करीब 32 साल से संगठन के लिए एक कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय रहे हैं।