एड्स से बचाव के लिए लोगों में जागरूकता जरूरी: डॉ0 रूबी बंसल

-विश्व एड्स दिवस पर ले क्रिस्ट अस्पताल में गोष्ठी का आयोजन

गाजियाबाद। एड्स एक जानलेवा बीमारी है। इसके बचाव और रोकथाम के लिए लोगों की बीच जागरूकता जरूरी है। एड्स बीमारी से अगर बचना है तो इसके लिए लोगों में उसको लेकर जागरूकता होना चाहिए। इसके बचाव के लिए ग्रामीण स्तर पर बीमारी के लक्षण, उपचार व रोकथाम के प्रति लोगों को जागरूक करें। इसके लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। यह बातें मंगलवार को वंसुधरा स्थित ले ले केस्ट सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में विश्व एड्स दिवस पर आयोजित गोष्ठी के दौरान एड्स विशेषज्ञ डॉ0 रूबी बंसल ने कहीं। उन्होंने कहा विश्व एड्स दिवस 1 दिसम्बर को मनाया जाता है। विश्वभर में जागरूकता फैलाने के लिए इस वर्ष 2021 का विषय है एंड इनेक्वलिटी एवं एड्स एंड पेनडेमिक असामानताओं का अंत एड्स का अंत महामारियों का अंत।उन्होंने कहा कोविड से पहले सबसे बड़ा भय एड्स का था, जो कि आज भी है। क्योंकि इसके साथ भ्रांति व भेदभाव जुड़ा है हमारे देश में 15-49 वर्ष की आयु में 0.22 फिसदी एचआईवी का प्रसार है। करीब 23.49 लाख लोग एचआईवी से ग्रसित है। वर्ष 1985 में जहां से पहले एड्स के पहले मामले की शुरूआत हुई थी। वहीं 2000-2003 में एड्स से ग्रसित मामलों की संख्या सबसे अधिक थी। जो आज धीरे-धीरे काफी कम हो गयी है। आँकड़ों के अनुसार मिजोरम, नागालैंड व मणिपुर में सबसे अधिक मामले है। दिल्ली व एन. सी. आर. में 0.41 फिसदी उत्तर प्रदेश में 0.10 फिसदी प्रसार पाया गया है। जहां तक 2019 में बिमारी से हुई मृत्यु का सवाल है, आन्ध्र प्रदेश, महाराष्ट्र व कर्नाटक शामिल है। उत्तर प्रदेश में भी मृत्यु दर और राज्यों की अपेक्षा काफी ज्यादा है। 6.26 फिसदी 1 / वी नसों द्वारा ड्रग्स लेने वालों की संख्या में अत्याधिक संक्रमण (हाईग्ली इनफेक्टड) पाया गया है।
संस्था के चेयरमेन व वरिष्ठ फिजिशियन डॉ0 संजय गर्ग ने बताया एचआईवी आज के समय में एक अन्य बिमारीयों की तरह दवाओं द्वारा प्रबंधित की जा सकती है। एचआईवी से ग्रसित बिमारी होने पर जिसे पहले मृत्यु दण्ड माना जाता था। आज उसका बहुत उत्तम इलाज सम्भव है। इस बिमारी को रोकने के लिए हमें जागरूकता को बढ़ाना है। ले क्रेस्ट अस्पताल में इस बिमारी से निपटने व इसके उपचार का प्रण लिया है। संस्था के वायिस चेयरमेन पंकज अग्रवाल ने बताया कि समाज की सेवा के लिए आगे भी इसी प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता कार्यक्रम करते रहेगें। उन्होंने बताया अस्पताल में एचआईवी की बिमारी को रोकने के लिए सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार व शनिवार शाम 4 बजे से 6 बजे तक चलाया जायेगा
संस्था के एक्जीक्यूटिव चेयरमेन दीपक गुप्ता ने बताया कि विश्व एड्स दिवस असमानतओं, एड्स व महामारियों का अंत करने के लिए मनाया जा रहा है। इस दौरान अस्पताल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डा0 शरद अग्रवाल, चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 संदीपन कुमार व सह-चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 विवेक गर्ग शामिल थे। विश्व एड्स दिवस का आयोजन बिजनेस प्रमुख आर. कुकरेती के नेतृत्व में किया गया।