डीबीटी, यू-डायस और मिड-डे-मिल पर बीएसए ने दिखाई सख्ती

-खंड शिक्षा अधिकारियों और जिला समन्वयक के साथ बैठक में दिए कड़े निर्देश

गाजियाबाद। नवनियुक्त जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) विनोद मिश्रा जनपद में सरकारी एवं गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों की दिशा एवं दशा सुधारने के लिए गंभीरता से जुट गए हैं। विद्यालयों में पढ़ाई के अनुकूल माहौल विकसित करने, बच्चों को बेहतर शिक्षा और सुविधाएं मुहैया कराने के साथ-साथ सरकारी विद्यालयों में समस्याओं का निदान कराने के लिए वह काफी कसरत करते दिखाई दे रहे हैं। जरूरी बिंदुओं पर मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। काम समय पर पूरे हो सकें, इसके लिए डेडलाइन निर्धारित की जा रही है। मातहतों को स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनोद मिश्रा ने शुक्रवार को विभागीय सभागार में महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में सभी खंड शिक्षा अधिकारी और जिला समन्वयक मौजूद रहे।

इस दौरान उन्होंने साप्ताहिक क्विज, डायरेक्ट बैनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी), यू-डायस और मिड-डे-मिल आदि बिंदुओं पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी और जिला समन्वयक इन बिंदुओं पर गंभीरता से ध्यान दें। डीबीटी का काम 15 जुलाई तक हर सूरत में पूरा कर लिया जाए। डीबीटी के तहत बच्चों के आधार कार्ड सत्यापन का काम पूरा करा दिया जाए। दरअसल डीबीटी के माध्यम से प्रत्येक बच्चे के खाते में ग्यारह सौ रुपए की राशि भेजी जानी है। यह राशि स्कूल ड्रेस के लिए भेजी जाएगी। जनपद के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में करीब 93 हजार बच्चे पढ़ते हैं। डीबीटी का काम अधूरा रहने से अभी तक बच्चों के खाते में रकम ट्रांसफर नहीं हो पाई है।

बीएसए ने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि सभी बच्चों के आधार कार्ड का वैरीफिकेशन पूर्ण हो ताकि खाते में रकम ट्रांसफर करने में कोई दिक्कत न हो। उन्होंने यू-डायस प्रपत्र पर भी तेजी से काम करने पर जोर दिया। इसके अंतर्गत सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों को अपना संपूर्ण ब्यौरा 10 जुलाई तक उपलब्ध कराना है। प्रपत्र में स्कूल का नाम और अध्य्यनरत बच्चों की संख्या आदि जानकारी दी जानी है। सभी संस्थानों को इस बावत कड़े निर्देश दे दिए जाएं। यह ब्यौरा ना देने वाले संस्थानों की मान्यता निरस्त करने की कार्यवाही की जाएगी। इसी प्रकार साप्ताहिक क्विज कार्यक्रम पर ध्यान दिया जाएगा। इसके तहत स्कूलों में बच्चों का सामान्य ज्ञान का टेस्ट कराया जाए। बच्चों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होने से अच्छे परिणाम सामने आएंगे। बीएसए विनोद मिश्रा ने मिड-डे-मिल कार्यक्रम पर भी बात की। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में मिल-डे-मिल का समय से वितरण और खान-पान की गुणवत्ता का ख्याल रखा जाए। निर्धारित मैन्यू के अनुसार बच्चों को मध्यान्ह: भोजन उपलब्ध कराया जाए। मिड-डे-मिल के वितरण में किसी प्रकार की कोताही न हो, सभी प्रधानाध्यापक इसका ध्यान रखें।

बीएसए विनोद मिश्रा ने कहा कि उपरोक्त बिंदुओं पर कार्यवाही कर उन्हें अवगत कराया जाए। जरूरत पडऩे पर वह स्कूलों का औचक निरीक्षण भी कर सकते हैं। सभी खंड शिक्षा अधिकारी आपस में समन्वय भी बनाए रखें। किसी प्रकार की कोई समस्या आए तो विभाग को अवगत कराया जाए। उधर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनोद मिश्रा का कहना है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के मकसद से काम किया जा रहा है। स्कूलों में अच्छा माहौल कायम किया जाएगा ताकि बच्चों को पढ़ाई करने में आनंद आए। शासन द्वारा प्रदत्त सुविधाएं भी समय से बच्चों को उपलब्ध कराई जाएंगी। बैठक में खंड शिक्षा अधिकारी लोनी प्रवीण अग्रवाल, सर्वेश कुमार खंड शिक्षा अधिकारी रजापुर, हेमेन्द्र सिंह खंड शिक्षा अधिकारी नगर, जमुना प्रसाद खंड शिक्षा अधिकारी भोजपुर, जिला समन्वय बालिका शिक्षा गौरव त्यागी, भूपेश कुमार, कुसुम सिंह, जिला समन्वय समेकित शिक्षा राकेश कुमार, अरविंद कुमार, सुशील कुमार, विश्चास गौतम, टिंकू कंसल, जिला समन्वय एमआईएस रुचि त्यागी आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।