जीडीए की मनमानी के खिलाफ बिल्डरों का प्रदर्शन

बिल्डर नही चढ़ेगा भ्रष्टाचार की भेंट, दिल्ली और हरियाणा की तर्ज पर हो प्रावधान: प्रदीप गुप्ता

गाजियाबाद। जीडीए की मनमानी के खिलाफ सोमवार को बिल्डरों ने विरोध-प्रदर्शन किया। बिल्डरों ने जीडीए के बाहर प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की। प्राधिकरण पर नवनिर्मित इमारतों को बेवजह नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जिस तरीके की कार्रवाई अब हो रही है, वह इसके पहले कभी नहीं की गई। प्राधिकरण के कदम से बिल्डरों को परेशानी हो रही है। ट्रांस हिंडन बिल्डर वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले सौ से डेढ़ सौ बिल्डरों ने सोमवार को जीडीए के बाहर हंगामा किया। बाद में मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपकर उचित कार्रवाई की मांग की गई। मांग पूरी न होने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी गई। बिल्डरों ने आरोप लगाया कि जीडीए मनमाने तरीके से बनाई हुई बिल्डिंगों को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर रहा है। चेयरमैन प्रदीप गुप्ता ने कहा कि इंदिरापुरम क्या पूरे गाजियाबाद में पिछले 20 से 25 वर्षों से छोटे-छोटे बिल्डरों द्वारा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण से प्लॉट लेकर नक्शा पास कराकर उसमें फ्लैट बनाने का प्रचलन है। जोकि चला आ रहा है। गाजियाबाद में जमीन की कीमतें काफी ज्यादा है, जिस को ध्यान में रखते हुए 2014 में जीडीए द्वारा प्रावधान लाया गया था कि ट्रांस हिंडन एरिया में 60 मीटर या उससे ज्यादा एरिया के फ्लैट बनाए जा सकते हैं। जिस कारण यहां पर काफी मात्रा में फ्लैट बन चुके हैं, मगर 2017 में इस प्रावधान को बंद कर दिया गया और यहां की एफआईआर को भी कम कर दिया गया। हालांकि बिल्डर एसोसिएशन बार-बार शासन को पत्र लिखकर अवगत कराता रहा है कि दिल्ली और हरियाणा की तरह 4 मंजिल का प्रावधान होना चाहिए और हर प्लॉट में पार्किंग भी होनी चाहिए। मगर भ्रष्टाचार के चलते इस प्रावधान को दोबारा से अभी तक लागू नहीं किया गया। जिस कारण छोटे-छोटे बिल्डरों का रोजगार छीनकर उन्हें बेरोजगार किया जा रहा है। करीब हजारों की संख्या में लोग यह काम कर रहे हैं। लाखों लोगों को रोजगार मिला हुआ है। गाजियाबाद से जीडीए को भी अच्छा राजस्व आता है। अगर, दिल्ली और हरियाणा की तरह यहां पर पार्किंग के साथ में 4 मंजिल का प्रावधान हो। जो बिल्डिंग अब तक तैयार हो गई बिना शासन-प्रशासन, या अधिकारियों के सहयोग के बिना नहीं बनी, उनको अब तोड़ा जाना तर्कसंगत नहीं है। इसको तुरंत प्रभाव से रोका जाए और भविष्य में प्रारंभ से ही बिल्डिंग को ना बनवाया जाए। वार्ता के बाद धरना हुआ समाप्त, आश्वासन
बिल्डरों के प्रर्दशन के दौरान जीडीए सचिव बृजेश कुमार ने एसोसिएशन के चेयरमैन प्रदीप गुप्ता, अध्यक्ष संदीप शुक्ला, संरक्षक केएस उप्पल, महासचिव राकेश शर्मा एवं नवीन गुप्ता से वार्ता की। वार्ता के दौरान जीडीए सचिव ने बिल्डरों को आश्वासन दिया कि भविष्य इस तरह की कोई भी कार्रवाई नही की जाएगी। आपकी मांगों को शासन से अवगत कराया जाएगा। जीडीए सचिव के आश्वासन के बाद बिल्डरों ने धरना समाप्त किया। प्रदर्शन के दौरान दिनेश भाटी, मनोज शर्मा, कनिष्क, मोनू चौधरी, अशोक यादव, समीर अग्रवाल, नरेश जिंदल, दिलशाद, विपिन चौहान समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।