नगर निगम में इंजीनियरों के कार्यक्षेत्र बदले, अनिल त्यागी को मिला चार्ज, श्याम सिंह की बल्ले-बल्ले

नगर निगम के निर्माण विभाग में इंजीनियरों के कार्यक्षेत्र का नये सिरे से हुआ बंटवारा। मेयर आशा शर्मा की इच्छानुसार इंजीनियरों के काम बांटे गये हैं। लेकिन काम को लेकर हुए बंटवारे के बाद से कुछ इंजीनियरों में असंतोष भी उभरा है। हालांकि किसी ने भी खुलकर अपनी पीड़ा नहीं जाहिर की है लेकिन दबे स्वर से वह कह रहे हैं कि कुछ इंजीनियरों को बहुत तरजीह दी गई है। जबकि कईयों की अनदेखी की गई है। काम के नये सिरे से हुए इस बंटवारे को लेकर यह दलील दी जा रही है कि काम के बंटवारे में इंजीनियरों के वर्क परफॉरमेंस को तरजीह देते हुए निर्णय लिया है।

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। नगर निगम के निर्माण विभाग में इंजीनियरों के काम-काज का नये सिरे से बंटवारा हुआ है। एग्जयूकेटिव इंजीनियर (अधिशासी अभियंता) के पद पर प्रमोट हुए अनिल त्यागी को चार्ज मिल गया है। नगर निगम के पांच जोन हैं जिसमें से तीन जोन अनिल त्यागी और दो जोन का चार्ज देशराज सिंह के पास रहेगा। एग्जयूकेटिव इंजीनियर के अलावा असिस्टेंट इंजीनियर (सहायक अभियंता) के कामकाज का भी नये सिरे से बंटवारा किया गया है। असिस्टेंट इंजीनियर में श्याम सिंह की बल्ले-बल्ले हुई है। उन्हें तीन जोन मिला है। जबकि देवी सिंह और एसआर रॉयल को एक-एक जोन का काम मिला है। इंजीनियरों के कार्यक्षेत्र में हुए बंटवारे पर चीफ इंजीनियर एनके चौधरी और नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर की मुहर लग गई है। लेकिन अधिकारिक रूप से इसकी अभी तक पुष्टि नहीं की गई है।
भरोसेमंद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दो दिन पहले ही कार्यक्षेत्र के बंटवारे का निर्णय हो गया था। मेयर आशा शर्मा की इच्छानुसार इंजीनियरों के काम बांटे गये हैं। लेकिन काम को लेकर हुए बंटवारे के बाद से कुछ इंजीनियरों में असंतोष भी उभरा है। हालांकि किसी ने भी खुलकर अपनी पीड़ा नहीं जाहिर की है लेकिन दबे स्वर से वह कह रहे हैं कि कुछ इंजीनियरों को बहुत तरजीह दी गई है। जबकि कईयों की अनदेखी की गई है। काम के नये सिरे से हुए इस बंटवारे को लेकर यह दलील दी जा रही है कि काम के बंटवारे में इंजीनियरों के वर्क परफॉरमेंस को तरजीह देते हुए निर्णय लिया है।
ज्ञात हो कि बीते महीने चीफ इंजीनियर मोइनुद्दीन का तबादला हो गया था और उनके स्थान पर एनके चौधरी गाजियाबाद नगर निगम के चीफ इंजीनियर बने हैं। एक सप्ताह पूर्व गाजियाबाद में असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर तैनात अनिल त्यागी का शासन से एग्जयूकेटिव इंजीनियर के पद पर प्रमोशन किया है। सहायक अभियंता ईश्वर चंद्र सिंह यादव 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हो गए थे। ऐसे में नगर निगम में अब सिर्फ 3 सहायक अभियंता (सिविल) रह गए हैं। इसके बाद एग्जयूकेटिव इंजीनियर और असिस्टेंट इंजीनियरों के बीच काम का नये सिरे से बंटवारा किया गया है।

निगम सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अधिशासी अभियंता (सिविल) देशराज विजय नगर और सिटी जोन का काम देखेंगे जबकि अभी तक वह इन दोनों जोन के अलावा कविनगर, विजय नगर और वसुंधरा जोन का कार्य भी संपादित करते थे। कुछ दिन पहले उप्र शासन ने सहायक अभियंता (सिविल) अनिल त्यागी का प्रमोशन कर दिया था। वह सहायक अभियंता से अधिशासी अभियंता बनाए गए हैं। अब उन्हें वसुंधरा, मोहन नगर और कविनगर जोन का चार्ज मिला है।
असिस्टेंट इंजीनियर श्याम सिंह अभी तक कविनगर पूरा और वसुंधरा जोन के कुछ हिस्से का काम देखते थे अब वह कविनगर और वसुंधरा के साथ-साथ विजय नगर जोन के एई का काम संभालेंगे। देवी सिंह अभी तक विजय नगर जोन के एई थे वह अब सिटी जोन का काम संभालेंगे। एसआर रॉयल को वसुंधरा से हटाकर मोहन नगर जोन की जिम्मेदारी दी गई है।