स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 की उलटी गिनती शुरू, 10 जनवरी से होगा आगाज

-गाजियाबाद शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में नहीं छोड़ेंगे कोई कसर : महेंद्र सिंह तंवर

गाजियाबाद। स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 की शुरुआत होने में चंद दिन बाकी हैं। 10 जनवरी से स्वच्छ सर्वेक्षण का शुभारंभ हो जाएगा। इस दौरान केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय की टीमें गाजियाबाद शहर में सफाई व्यवस्था का जायजा लेने आएंगी। यह टीमें कूड़ा निस्तारण, शौचालयों की सफाई इत्यादि के संबंध में जगह-जगह घूमकर सर्वे करेंगी। यह टीम संभवत: जनवरी के आखिर में शहर का रूख करेगी। स्वच्छता में अव्वल रैंकिंग के लिए इस बार भी नगर निगम को अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा। बेहतर रैंकिंग के लिए विभागीय अधिकारियों ने कमर कस लेने का दावा किया है।

मेयर आशा शर्मा खुद नागरिकों को कूड़ा सेग्रीगेसन के लिए जागरूक कर रही हैं। वहीं, नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर का पूरा ध्यान शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने पर हैं। उनका कहना है कि शहर को स्वच्छ एवं खूबसूरत बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। नागरिकों के सहयोग से शहर को बदला जाएगा। शहर के मुख्य चौराहों से लेकर पार्कों में सौंदर्यीकरण का कार्य निगम द्वारा शुरू कर दिया गया है। शहर में इस वक्त सबसे बड़ी समस्या कूड़ा निस्तारण की है। ऐसे में पूर्व में विलोपित किए गए कूड़ा घरों पर कूड़ा न डलने दिया जाए। इसके साथ ही कॉलोनियों से लेकर मुख्य सड़कों के किनारे लगाए गए डस्टबिन भी अब बेकार हो चुके हैं। सामुदायिक शौचालयों की सफाई व्यवस्था,रंगाई-पुताई से लेकर सौंदर्यीकरण कराना होगा। इसके बाद ही स्वच्छता रैंकिंग में सुधार हो सकता है। फिलहाल इन सभी की हालत खस्ता है। ऐसी स्थिति में स्वच्छता रैंकिंग में सुधार की बजाय नगर निगम और निचले पायदान पर खिसक सकता हैं।

मुख्य मार्गों के अलावा रात्रिकालीन सफाई और कॉलोनियों में सफाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं रखी जा रही है। ऐसा ही कुछ हाल अब पूर्व में विलोपित किए गए कूड़ाघरों का हो गया है। नगर निगम ने तीन-चार साल पहले शहर में करीब 200 कूड़ा घरों को विलोपित किया था। यहां पर कूड़ा डलना बंद कराने के बाद कूड़ा स्थल पर मिट्टी का भराव कराकर बाउंड्रीवॉल और फेंसिंग कराई गई। इसके बाद घास और पौधे लगाए गए। इन पर निगम का चार लाख रुपए तक खर्च हुआ। शहर के 200 कूड़ाघरों पर करीब 6 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। मगर इनमें कई विलोपित कूड़ाघरों पर दोबारा कूड़ा-कचरा फेंका जाने लगा है।

नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर का कहना है कि इसी माह जनवरी में स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 शुरू होने वाला है। स्वच्छ सर्वेक्षण में इस बार अव्वल रैंकिंग लाने के लिए शहर में सफाई व्यवस्था से लेकर कूड़ा निस्तारण के लिए पूरी तैयारी कराई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग और उद्यान विभाग के अधिकारियों को सफाई व्यवस्था दुरूस्त रखने और ग्रीनरी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के किराए पर वाहन लिए गए हैं। वहीं,कॉलोनियों में सफाई व्यवस्था अब दुरूस्त कराई जाएगी। डस्टबिन जहां नहीं है,वहां पर डस्टबिन लगवाए जाएंगे। ताकि लोग इनमें कूड़ा-कचरा डाल सके। शहर में जिस क्षेत्र में साफ-सफाई की शिकायत मिलेगी। तत्काल वहां पर सफाई व्यवस्था दुरूस्त कराई जाएगी।इसके साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अधिकारी एवं सफाई निरीक्षकों को निर्देश दिए गए है कि शहर में सफाई की रोजाना रिपोर्ट दें। ताकि सफाई व्यवस्था की पूरी जानकारी मिलती रही। कूड़ा निस्तारण के लिए गार्बेज फैक्ट्री चालू है। इसमें निस्तारण कराया जा रहा हैं। शहर के मुख्य चौराहों से लेकर पार्कों के सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया हैं।