सेफ सिटी परियोजना के कार्यों को लेकर जिलाधिकारी ने की समीक्षा

परियोजना को सफल बनाना सभी अधिकारियों का दायित्व: डीएम

नगर आयुक्त को बनाया परियोजना का नोडल अधिकारी

गाजियाबाद। महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा तैयार की गई सेफ सिटी परियोजना में गाजियाबाद को भी शामिल होने के बाद सोमवार को जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा की। अभी तक भारत सरकार की इस परियोजना में जनपद गोरखपुर, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, आगरा, कानपुर नगर, प्रयागराज, अलीगढ़, बरेली, झांसी इत्यादि जनपदों को शामिल किया गया था। किन्तु जिलाधिकारी के अनुरोध पर जनपद गाजियाबाद को भी सेफ सिटी परियोजना के आगे आने वाले चरण में शामिल किया गया है। जिलाधिकारी ने सेफ सिटी परियोजना के कार्यों को लेकर सभी संबंधित विभागोंं की समीक्षा की। सेफ सिटी के अंतर्गत निम्नलिखित कार्य जनपद में कराए जाने हैं। इंटीग्रेटिड कंट्रोल रूम का निर्माण, पिंक पैट्रोल हेतु पिंक बूथ, आशा त्योति केंद्र, लाईटिंग एंड पिंक टॉयलेटस का निर्माण, बसों में सेफ्टी मेजर्स जैसे-जीपीएस इत्यादि। जिलाधिकारी ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा, बेहतर माहौल तैयार करना, महिलाओं का सम्मान कायम रखना इत्यादि है। डीएम ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनपद के शहरी क्षेत्र में भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में अधिक से अधिक महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेटस का निर्माण कराया जाये। इस परियोजना को सफल बनाने के लिए नगर निगम द्वारा 50 इलैक्ट्रसिटी बसों का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, जिसमें पैनिक बटन एवं सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे। इन बसों के लिए चिन्ह्ति 25 चार्जिंग प्वाईंट्स बनाए जाएंगे। समीक्षा के दौरान एआरटीओ को निर्देशित किया गया कि सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा संबंधित आवश्यक व्यवस्थाएं कराना सुनिश्चित कराएं। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि भारत सरकार से वित्तपोषित में सखी वन स्टॉप सेंटर की स्थापना की गयी है, जो वर्तमान में एमएमजी जिला संयुक्त चिकित्सालय के पुराने महिला वार्ड में अस्थाई भवन में संचालित है। सखी वन स्टॉप सेंटर जनपद के स्थाई भवन निर्माण के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय संजयनगर में भूमि का चयन किया जा चुका है और निर्माण कार्य के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बजट भी आवंटित किया जा चुका है। किन्तु स्वास्थ्य विभाग से अभी तक अनापत्ति प्राप्त नही हुई है। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर नगर निगम गाजियाबाद को जनपद स्तर पर सेफ सिटी परियोजना का नोडल अधिकारी बनाया है।