निवाड़ी क्षेत्र में 141 एकड़ जमीन इंडस्ट्रियल हब बनाने की कवायद

-औद्योगिक इकाइयों के स्थापित होने के बाद बढ़ेंगे रोजगार के साधन: राकेश कुमार सिंह

गाजियाबाद। मोदीनगर क्षेत्र में निवाड़ी गांव में ग्राम समाज और एलएमसी की करीब 141 एकड़ जमीन पर इंड्रस्ट्रियल हब बनाने की कवायद शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) यहां पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करेगा। इससे रोजगार और रफ्तार पकड़ेगा। इस जमीन के लिए जिला प्रशासन ने प्रदेश शासन से ग्राम समाज और एलएमसी की मिश्रित भूमि का अधिग्रहण करने की अनुमति मांगी है। ताकि यहां औद्योगिक इकाइयों के स्थापित होने के बाद रोजगार के साधन बढ़ सकें। मोदीनगर क्षेत्र के निवाड़ी गांव में ग्राम समाज और एलएमसी की करीब 141 एकड़ जमीन मौजूद हैं। यहां पर यूपीसीडा उद्यमियों को इकाई लगाने के प्लॉट उपलब्ध कराएगा। लखनऊ में फरवरी में हुई ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में इस प्रस्ताव को शामिल किया गया था। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने अब औद्योगिक विकास के प्रमुख सचिव को यह जमीन यूपीसीडा को नि:शुल्क उपलब्ध कराने के लिए पत्र भेजा है,ताकि इस क्षेत्र में चिन्हित की गई जमीन को औद्योगिक हब के रूप में विकसित किया जा सकें।

जिलाधिकारी ने बताया कि मोदीनगर क्षेत्र के निवाड़ी में करीब 141 एकड़ जमीन पर औद्योगिक हब बनाने की तैयारी है। प्रदेश शासन को ग्राम समाज और एलएमसी की मिश्रित भूमि का अधिग्रहण करने के लिए इसकी अनुमति मांगने के लिए शासन को पत्र भेजा गया हैं। इसकी शासन से अगर अनुमति मिल जाती है तो इस क्षेत्र की जमीन को मेरठ मंडल की मंडलायुक्त और जिलाधिकारी द्वारा पुर्नग्रहण कराया जाएगा। इसके बाद यूपीसीडा औद्योगिक हब के रूप में इसे विकसित करेगा। इस जमीन पर उद्यमियों के लिए विभिन्न साइज के औद्योगिक प्लॉट काटे जाएंगे। जिससे यहां पर औद्योगिक इकाइयां लग सकेंगी। यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रदीप कुमार सत्यार्थी का कहना है कि अगर शासन से इसकी जल्द अनुमति मिल जाती है तो अगले सात तक इस क्षेत्र में औद्योगिक हब विकसित हो सकेगा। निवाड़ी में इस जमीन के मिलने के बाद यहां पर औद्योगिक हब में विभिन्न साइज के प्लॉट कांटे जाएंगे। इनमें 200 वर्गमीटर से लेकर 300, 400,500 और 800 वर्गमीटर,1 हजार वर्गमीटर तक के औद्योगिक प्लॉट हो सकते हैं।

मोदीनगर के निवाड़ी और भोजपुर में औद्योगिक हब से काफी ज्यादा निवेश आएगा।इससे रोजगार के साधन भी बढ़ेेंगे। अनुमान है कि औद्योगिक हब बनने के बाद निवेश होने से पांच साल के भीतर एक लाख से अधिक नौकरी के अवसर युवाओं को मिलेंंगे। यह अवसर सभी क्षेत्र में होंगे। इसका फायदा युवाओं को मिलेगा। युवाओं को अपने ही शहर में रोजगार मिल सकेगा। प्रदेश सरकार की भी यहीं मंशा है।निवाड़ी में यूपीसीडा औद्योगिक हब विकसित करेगा तो भोजपुर में निजी औद्योगिक पार्क विकसित हो रहा है।महायोजना-2031 के मास्टर प्लान में भोजपुर में औद्योगिक जमीन भी चिन्हित की गई है। इंवेस्टर्स समिट के दौरान जिला प्रशासन और जीडीए ने इस क्षेत्र में उद्यमियों को खुद जमीन खरीदने की छूट दी है। ताकि उद्यमी किसानों से सीधे जमीन खरीदकर यहां पर अपना उद्योग लगा सके और यहां निजी औद्योगिक पार्क विकसित हो सकें। जिला प्रशासन और जीडीए द्वारा उद्यमियों को यहां पर सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।