गाजियाबाद के लिफ्ट में फंसेे पिता और पुत्र की आफत में आई जान

गाजियाबाद। विजय नगर के सिद्धार्थ विहार स्थित प्रतीक ग्रांड सोसाइटी में एक बार फिर लिफ्ट फंस गई। जिसें बैंकर पिता और उनका मासूम बेटा करीब 45 मिनट तक लिफ्ट में फंसे रहे। इससे पहले एक लिफ्ट में दंपती फंस गए थे।
किसी तरह मैनुअल तरीके से लिफ्ट खोलकर दोनों को बाहर निकाला गया। सोसाइटी के टॉवर सी-1 में 26वें फ्लोर पर आशीष अपने परिवार के सहित रहते हैं। पंजाब एंड सिंध बैंक में कार्यरत हैं।
आशीष ने बताया मंगलवार सुबह वह ऑफिस जा रहे थे। लिफ्ट में उनका साढ़े तीन साल का बेटे विवान भी था। 26 वीं मंजिल से लिफ्ट में प्रवेश किया, लेकिन भूतल पर आने से पहले ही लिफ्ट गड़-गड़ की आवाज के साथ रुक गई। लिफ्ट की लाईट और पंखा दोनों चालू थे, उसके बाद भी लिफ्ट काम नही कर रही थी। जिसके बाद आशीष ने सोसायटी के व्हाट्सएप ग्रुप पर इसकी सूचना दी। सूचना पाकर तत्काल सुरक्षाकर्मी और मेंटीनेंस टीम मौके पर दौड़ पड़ी। समीर ने बाहरी दरवाजा खोला, लेकिन लिफ्ट का गेट नहीं खुला। समीर लिफ्ट के ऊपर चढ़ गए, लेकिन वह भी फंस गए। गार्ड से कहकर दूसरे आपरेटर को बुलवाया, लेकिन वह 30 मिनट बाद आया।

करीब 45 मिनट कड़ी मशक्कत करने के बाद दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस दौरान मासूम बच्चे का लिफ्ट में रो-रोकर बुरा हाल हो गया। आशीष का कहना था कि लिफ्ट में लाईट और पंखा चालू था, नही तो हालत और खराब हो सकती थी। घटना के बाद सोसायटी की मेंटीनेंस टीम ने अपनी गलती मानते हुए बैंकर्स से माफी मांगी। एक सप्ताह पूर्व भी बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गये थे। उनकी पत्नी 26वें फ्लोर से लिफ्ट से ग्राउंड फ्लोर के लिए बटन दबाया। लिफ्ट का गेट तो ओपेन हो गया, लेकिन अंदर लिफ्ट नही थी। अगर वह संभली नही होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।