खत्म होगा कूड़ा डलावघर, तालाबों का हो रहा जीर्णोद्धार

– 96 कूड़े घर को चिन्हित कर निगम ने 53 कूड़ा घर किए विलोपित
-स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के लिए नगर निगम ने कसी कमर
-सड़कों को धुल एवं गंदगी मुक्त बनाने के बाद कूड़ाघर को विलोपित करने में जुटा नगर निगम

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के लिए गाजियाबाद नगर निगम कमर कस कर मैदान में उतर चुका है। इस वर्ष स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में गाजियाबाद को नंबर-1 बनाने के लिए शहर की सड़कों को धुल एवं गंदगी मुक्त बनाने का काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में सड़क किनारे फेंके जाने वाले कूडेÞ की समस्या को दूर करने के लिए कूड़ाघरों को विलोपित किया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है एवं तालाबों का जल स्तर कैसे बना रहे इस योजना पर भी काम किया जा रहा है। जन चौपाल सहित अन्य कार्यक्रमों के जरिये लोगों की समस्याओं का निस्तारण करने के साथ उन्हें स्वच्छता एवं पर्यावरण के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के तहत नगर निगम की सबसे बड़ी समस्या कूड़े का निस्तारण है। समस्या से निपटने के लिए नगर निगम सड़कों के किनारे बने कूड़ाघरों को विलोपित करने में जुटा है। शहर में लगभग 96 ऐसे कूड़ाघरों को नगर निगम ने चिन्हित किया है। जिनमें से अब तक 53 कूड़ाघर पांचों जोनों में विलोपित किए गए। बाकि 43 शेष बचे कूड़ाघरों को विलोपित किये जाने की प्रक्रिया चल रही है। शहर के पांचों जोनों के प्रत्येक वार्डों में टीम भेजकर कूड़ाघरो के अतिरिक्त ऐसे स्थान चिन्हित किया जा रहा है जहां कचरा पड़ा रहता है। लगभग 497 ऐसे स्थान चिन्हित हुआ है जहां पर कूड़ा कचरा डाला जा रहा है। उनको जल्द ही सफाई कराकर कूड़ा विलोपित करने के म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर के निर्देशों पर अमल किया जा रहा है। 415 ऐसे स्थान चिन्हित किए गए हैं जहां सीएनडी वेस्ट पड़ा हुआ है। म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि सड़कों को धुल एवं गंदगी मुक्त बनाने के साथ नगर निगम द्वारा पर्यावरण संरक्षण भी ध्यान दिया जा रहा है। सड़क किनारे फेके जाने वाले कूड़े को हटाकर विलोपित कूडा घर बनाया जा रहा है। विलोपित कूड़ाघर बनने से जहां शहर गंदगी मुक्त होगा। वहीं लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक भी होंगे।
ज्ञात हो कि शहर में कूड़ा निस्तारण की उचित व्यवस्था न होने के कारण पूर्व जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहते थे। हालात यह हैं कि ऐसे विलोपित कूड़ाघर जहां पर कूड़ा फेंकने वालों पर 500 रुपये जुमार्ना लगाने की चेतावनी लिखे बोर्ड लगाए गए हैं, वहां पर भी कूड़ा फेका जा रहा है। कूड़ा फेंकने वालों पर जुमार्ना भी नहीं लगाया जा रहा है। ऐसा करने वालों पर नजर रखने की कोई व्यवस्था नहीं है। जिस कारण 96 कूड़े घर को नगर निगम ने चिन्हित करने के बाद पांचो जोन के 53 कूड़ा घर को विलोपित कर दिया है। विलोपित कूड़ाघरों में घास और पौैधे लगाए गये हंै। सौदर्यीकरण किया जा रहा है। सोमवार को म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने एसबीएम के नोडल अधिकारी अरूण कुमार मिश्रा एवं वार्ड-53 के कांग्रेसी पार्षद मनोज चौधरी के साथ रईसपुर में पुराना तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण किया। म्युनिसिपल कमिश्रर ने बताया कि तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य शुरू हो चुका है। ग्रामीण और शहर के तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। पहले चरण में 10 तालाबों को चिन्हित किया गया है, जिनका सौंदर्यीकरण होगा। शहर में 45 तालाबों का सौंदर्यीकरण करने की योजना बनाई गई है। जल्द ही अन्य तालाबों का भी सौंदर्यीकरण का कार्य भी शुरू करा दिया जाएगा। म्युसिपिल कमिश्रर ने बताया कि तीन माह में नासिरपुर रेलवे फाटक के पास बने गोबर बैंक डलाव घर खत्म कर दिया गया है। मोहननगर जोन में अभी 14 स्थानों से डलाव घर हटाने की तैयारी की जा रही है। इनमें राजीव कालोनी, पसौंडा, राजेंद्र नगर, राजीव कालोनी, करहेड़ा में बने डलाव घर शामिल हैं। कविनगर जोन में विवेकानंद नगर, शाहपुर-बम्हैटा समेत 15 स्थानों पर बने डलाव घर खत्म कराए जाएंगे। सिटी जोन में 5 और विजयनगर जोन में 5 और वसुंधरा जोन में 4 डलाव घर जल्द खत्म कराए जाएंगे।