नीलामी में जीडीए ने बेचे 38.23 करोड़ रुपए में 30 प्लॉट

गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) में शुक्रवार को आयोजित हुई नीलामी में मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना में रिक्त पड़े भूखंडों की बिक्री कर प्राधिकरण कोष में करोड़ों रुपए की आय हो गई।
जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह के निर्देश पर शुक्रवार को जीडीए सभागार में अपर सचिव सीपी त्रिपाठी की अध्यक्षता एवं ओएसडी सुशील कुमार चौबे, चीफ इंजीनियर राकेश कुमार गुप्ता, सहायक अभियंता विनय वर्मा, सुरजीत, योगेंद्र, संपत्ति लिपिक प्रभात चौधरी आदि की मौजूदगी में 12 बजे से शाम 7 बजे तक नीलामी की गई। नीलामी के चलते बोलीदाताओं की जीडीए में काफी भीड़ रहीं।

जीडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि नीलामी में मधुबन-बापूधाम योजना के तहत पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर 30 भूखंडों को 38.23 करोड़ रुपए में बेचा गया। नीलामी में करीब 70 भूखंडों को शामिल किया गया था। इसके अलावा यहां के 1780 वर्गमीटर का इंडस्ट्रीयल भूखंड भी बेचा गया। नीलामी में 40 वर्गमीटर से लेकर 60,90,112,150,200,300 और 450 वर्गमीटर के भूखंड बेचने के लिए रखे गए थे।इन रिक्त भूखंडों में 30 भूखंडों को बेचा गया। मधुबन-बापूधाम योजना में उम्मीद से अधिक बोलीदाताओं ने बोली लगाकर नीलामी में यह भूखंड खरीदे। नीलामी मेें इनका रिजर्व मूल्य 32 हजार रुपए प्रतिवर्गमीटर रखा गया था। जो 45 हजार से लेकर 67 हजार रुपए प्रतिवर्गमीटर की दर से बेचे गए।

जीडीए को 30 भूखंडों को नीलामी में बेचने के बाद 38.23 करोड़ रुपए की आय होगी। जीडीए ने वर्ष-2004 में 1,234 एकड़ जमीन पर मधुबन बापूधाम योजना लान्च की थी। फिर 800 एकड़ जमीन का अधिग्रहण करने के बाद इसका विकास किया गया। साथ ही वर्ष 2011 में विभिन्न पॉकेट में करीब 1,863 भूखंडों की योजना निकालीं। उक्त समय इन भूखंड की कीमत करीब 11,800 रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से रखी गई थी। लेकिन बाद में इसकी कीमत बढ़ा दी गई है। इसको लेकर कई आवंटियों ने अपने भूखंड सरेंडर कर दिए है, जबकि अभी भी रोजाना आवंटी अपने भूखंड सरेंडर करने रहे हैं। यह भूखंड सभी ब्लाक में मौजूद है।