स्वच्छता में स्मार्ट शहरों को टक्कर देगा गाजियाबाद, नई तकनीक अपनाएगा नगर निगम

पांचों जोन में इंदौर की भांति स्थापित होंगे कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन

गाजियाबाद। शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए नगर निगम ने नई प्लानिंग की है। इसके तहत इंदौर की भांति कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन स्थापित करने की योजना है। कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनने से गली-मौहल्लों में सड़कों पर जगह-जगह कूड़ा-करकट फैलने की समस्या दूर हो जाएगी। सड़कें पहले से ज्यादा साफ-सुथरी दिखाई देंगी। नई योजना पर गंभीरता से विचार कर इसके क्रियान्वयन पर काम चल रहा है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुछ दिन पहले इंदौर में कूड़ा निस्तारण की तकनीक का अध्य्यन कर गाजियाबाद लौटे हैं।

उन्होंने वहां कूड़ा निस्तारण से संबंधित जरूरी प्रक्रिया को बेहतर तरीके से जाना है। इस तकनीक पर अब गाजियाबाद शहर में काम शुरू किया जाना है। मध्य प्रदेश का इंदौर शहर अपनी स्वच्छता एवं खूबसूरती के लिए देशभर में जाना जाता है। इंदौर में विशेष तकनीक अपनाकर साफ-सफाई की जाती है। गाजियाबाद शहर को भी साफ-सुथरा एवं खूबसूरत बनाने के लिए नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर के नेतृत्व में काम चल रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में नगर निगम ने शहर में कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन स्थापित करने का निर्णय लिया है।

कूड़ा-करकट का बेहतर तरीके से निस्तारण करने के लिए नंदग्राम में गार्बेज फैक्ट्री संचालित है। इंदिरापुरम कॉलोनी नगर निगम को हैंडओवर होने के बाद वहां भी गार्बेज फैक्ट्री लगाई जाएगी। नगर निगम के सिटी, कविनगर, विजय नगर, मोहन नगर एवं वसुंधरा जोन में कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाने की प्लानिंग की गई है। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर का कहना है कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर जोनवार 300 मीट्रिक टन क्षमता का अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाएगा। कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन में कचरा सामने नहीं दिखाई देगा। कूड़ा या तो कांपैक्टिंग मशीनों में डाला जाएगा अथवा अंडरग्राउंड टैंक में रहेगा। वहां से चारों तरफ से बंद कैप्सूल वाहनों में डालकर कूड़े को निस्तारण केंद्र तक पहुंचाया जाएगा।

इंदौर में कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन की तकनीकी का कुछ दिन पहले नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार ने जायजा लिया था। नगरायुक्त के निर्देश पर वह इंदौर गए थे। नगर आयुक्त ने बताया कि इंदौर की आधुनिक तकनीक को अब गाजियाबाद शहर में इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि निगम के सभी पांचों जोन सिटी, कविनगर, वसुंधरा, मोहननगर, विजय नगर जोन में एक-एक कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाया जाएगा। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने के बाद कूड़ा लाने वाले छोटे वाहन इसमें लाकर कूड़ा डालेंगे। इसके बाद कूड़े को मशीनों के जरिए दबाकर कांपेक्ट किया जाएगा। उसके बाद गाडिय़ों में भरकर कूड़ा निस्तारण केंद्र पर लगे प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक ट्रांसफर स्टेशन के निर्माण पर करीब 5 से 7 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पांचों जोन में 30 करोड़ रुपए इन ट्रांसफर स्टेशन पर खर्च होंगे।